आगरा: पेट्रोल से जलाई गई संजलि का अंतिम संस्कार कराने में पुलिस के छूटे पसीने, भीम आर्मी का प्रदर्शन
Agra News आगर। पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई हाईस्कूल की छात्रा संजलि का शव गुरुवार की देर शाम आगरा के लालऊ गांव में पहुंच तो परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस की मौजूदगी में संजिल का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं, इस दौरान भीमा आर्मी के सदस्यों ने हंगामा किया। वे एक करोड़ रुपया मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोका। इसके बाद भी वे हंगामा करते रहे।
क्या था मामला
मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव लालऊ में हरेंद्र सिंह जाटव की बेटी संजलि (15) गांव से डेढ़ किमी दूर नौमील गांव में स्थित अशरफी देवी छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। 18 दिसंबर को संजलि छुट्टी के बाद साइकिल से घर लौट रही थी। तभी गांव के पास आगरा जगनेर रोड पर हेलमेट पहने दो अज्ञात बाइक सवारों ने उसे रोक लिया और उस पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।
लोगों ने कराया था अस्पताल में भर्ती
आग लगते ही छात्रा तड़पते हुए इधर-उधर भागने लगी। आग लगने के बाद भागते समय युवती पुलिया के नीचे खाई में गिर गई। युवती की चीख सुनकर वहां से गुजर रहे एक बस चालक ने उसे बचाया और आग बुझाई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर आ गई और छात्रा को एसएन मेडिकल की इमरजेंसी में भर्ती कराया था। संजलि को गंभीर अवस्था में आगरा के एसएन मेडिलकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यहां से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां गुरुवार तड़के उसकी मौत हो गई।
हंगामे के बीच हुई देर रात संजलि का अंतिम संस्कार
भीम आर्मी के सदस्य मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे थे। वे शव का अंतिम संस्कार नहीं होने देना चाहते थे। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। नारेबाजी करने लगे। जैसे ही पुलिस ने शव को अंतिम संस्कार के लिए उठाया, भीमा आर्मी के सदस्य रोकने लगे। यह देख पुलिस ने उन्हें रोका और बल प्रयोग किया। आखिरकार पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच संजलि का अंतिम संस्कार करा दिया। गांव में भारी सुरक्षा व्यवस्था है।