आगराः दोस्त ने दोस्त की हत्या कर शव को कई टुकड़ों में काटा, पहले जलाया फिर कुकर में पकाया
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दोस्त ने अपने ही दोस्त की नृशंस तरीके से हत्या कर दी। मृतक धर्मेंद्र तिवारी आगरा का रहने वाला था और वह तहसील परिसर में दस्तावेज टाइप करने का काम करता था। बीते 18 अक्टूबर से धर्मेंद्र लापता था।
कॉफी में नशीला पदार्थ मिलाकर किया बेहोश
धर्मेंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट अछनेरा थाने में लिखवाई गई थी। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस पूरे मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि हत्यारा उसका खास दोस्त है, जिसकी पहचान ललित के रूप में हुई है। पुलिस ने इस मामले की पुरी गुत्थी सुलझाते हुए बताया कि आरोपी ललित ने अपने दोस्त धर्मेंद्र को घर पर बुलाया था, जहां उसने धर्मेंद्र को कॉफी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया।
दम घुटने से हो गई धर्मेंद्र की मौत
इसके बाद धर्मेंद्र बेहोश हो गया। ललित ने फिरौती की प्लानिंग कर रखी थी। इसके लिए उसने धर्मेंद्र की किडनैपिंग की और उसके मुंह पर टेप बांध दिया। मुंह पर टेप बांधने से धर्मेंद्र का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। इसके बाद फिरौती का प्लान खराब हो गया। अब ललित को शव को ठिकाने लगाने की चिंता सताने लगी।
लाश को कुकर में पकाया
शव को ठिकाने पर लगाने के लिए उसने धर्मेंद्र की लाश को कई टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को जला दिया। कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ललित ने शव के टुकड़ों को कुकर में पकाया और इस दौरान बदबू ना आए इसके लिए घर में अगरबत्ती भी जलाए रखता था। ललित ने शव के बड़े हिस्सों को नाली में फेंक दिया। धीरे-धीरे आरोपी ललित ने शव को ठिकाने लगा दिया।
आरोपी के मां और भाई को भी हिरासत में लिया
ऐसा बताया जा रहा है कि आरोपी ललित की मां ने भी इस जघन्य अपराध में साथ दिया था। पुलिस ने ललित के घर की तलाशी ली। इस दौरान पुलिस की टीम को कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने बिचपुरी मार्ग पर कॉलोनी में ललित बोदला के घर पहुंचकर आरोपी की मां और भाई को भी हिरासत में ले लिया।
साथ किराए के कमरे में रहते थे दोनों
आरोपी के पड़ोसियों ने बताया कि हर दिन इनके घर से मीट पकाने की महक आती थी। लेकिन इस बात का अंदाजा किसी को भी नहीं था कि घर में लाश पकाई जा रही है। दरअसल, धर्मेंद्र और ललित दोनों पहले किराए के घर में एकसाथ रहते थे। इस दौरान ललित को इस बात का पता चला कि धर्मेद्र काफी संपन्न परिवार से है। अपहरण करने पर अच्छी फिरौती मिलेगी। इसलिए उसने अपहरण करने की योजना बनाई।