आगराः कुछ ऐसी है किराए की कोख के सौदे की दुनिया, पुलिस ने किया पर्दाफाश
आगरा। उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस को बीते शनिवार बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने एक माह के तीन नवजात बच्चों को बेचने जा रही दो महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोग तीनों नवजात बच्चों को बेचने के लिए नेपाल ले जा रही थे। इस पूरे मामले में पर एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि एक बच्चे का 8 लाख रुपये में सौदा करते थे। इन लोगों की गिरफ्तारी के बाद बच्चों को बाल कल्याण समिति के हवाले कर दिया गया।
Recommended Video
आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को जाल में फंसाता था गैंग
एसएसपी के मुताबिक पुलिस ने फतेहाबाद टोल प्लाजा पर दो गाड़ियों को पकड़ा था। गाड़ियों में दो चालक, दो महिलाएं, एक पुरुष और तीन नवजात बच्चे मिले थे। पुलिस को पहले जानकारी मिली थी कि पूरा मामला मानव तस्करी का है। पूछताछ में पता चला कि गैंग निंसतान दंपति को बच्चे बेचता था। गैंग के लोग ऐसी महिलाओं को फंसाते थे, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने पति से अलग रहती हैं।
पुलिस ने गैंग के 5 लोगों को पकड़ा
उसके बाद उन्हें किराये पर कोख देने के लिए तैयार करते थे। ये बच्चे भी ऐसे ही पैदा हुए थे। डिलीवरी के बाद बच्चों को नेपाल में एक महिला के हवाले करना था। उस महिला का नाम अस्मिता है। वह नेपाल में हॉस्पिटल चलाती है। नेपाल में लड़कियों की मांग अधिक है। एसएसपी के मुताबिक तीन नवजात बच्चों में से दो जुड़वा लड़कियां हैं। इन दोनों बच्चियों को बिहार की एक महिला ने जन्म दिया था।
पुलिस ने बताई खौफनाक बात
महिला फरीदाबाद में रहती है। महिला को तीन किश्तों में साढ़े तीन लाख रुपये मिले थे। एक बच्चा 8 लाख रुपये में बिकता है। पूरा खर्चा काटने के बाद नीलम को लगभग तीन लाख रुपये बच जाते हैं। गर्भधारण से लेकर महिला की देखभाल करना और उसकी डिलीवरी कराने की जिम्मेदारी नीलम की रहती है। वह महिला को गर्भधारण करते ही पहली किश्त देती है। दूसरी किश्त डिलीवरी से सात दिन पहले और तीसरी किश्त बच्चा सुपुर्द करते समय देती है। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।
पुलिस को मिली यश राज फिल्म्स के साथ सुशांत सिंह के कॉन्ट्रेक्ट की कॉपी, 15 लोगों के बयान किए गए दर्ज