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ये 7 संकेत बताते हैं कि रिटायरमेंट के बाद सुकून वाली जिंदगी के लिए आपकी आय पर्याप्त नहीं है

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जी-20 देशों में व्यस्क वित्तीय साक्षरता पर आई जी-20/ओईसीडी आईएनएफई की एक रिपोर्ट के अनुसार 54% भारतीय दोस्तों या परिवार से उधार लेते हैं।

सैलरी से कभी भी आपकी सभी जरूरतें पूरी नहीं होतीं। अप्रेजल या नौकरी बदलने केलिए आप हमेशा तत्पर रहते हैं। नौकरी पेशा एक सामान्य इंसान के लिए ये बातें बहुत ही स्वाभाविक हैं। दिक्कत तब आती है जब युवा अवस्था में हम रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी के बारे में सोचते ही नहीं, इसलिए उस हिसाब से बचत करने का कभी प्रयास ही नहीं कर पाते। नतीजा ये होता कि जब रिटायर्मेंट का समय आ जाता है तो व्यक्ति खुद को असहाय महसूस करने लगता है। जीवन भर की कमाई से कोई जमा-पूंजी नहीं होने के चलते उसे आगे जिंदगी भर के लिए परिवार वालों के भरोसे रहना पड़ता है। खासकर जिनकी आय कम होती है, उनके सामने ये दिक्कत और ज्यादा आती है। थोड़ी सी कमाई में कुछ बचाना उनके लिए काफी मुश्किल होता है। कही आप भी ऐसे लोगों मैं तो नही हैं ?

ये 7 संकेत बताते हैं कि रिटायरमेंट के बाद सुकून वाली जिंदगी के लिए आपकी आय पर्याप्त नहीं है

आगे 7 संकेत दिए जा रहे हैं, उनमें से अगर 3 लक्षण भी आपकी ज़िंदगी से मेल खाते हैं तो आपके लिए ये संभल जाने का अवसर है। नहीं तो रिटायरमेंट के बाद आराम से जीवन जीने में आपको दिक्कतें हो सकती हैं।

1. महीना पूरा होने से पहले ही आपका पैसा खत्म हो जाता है?

महीने के आखिर में आपके पैसे नहीं बचते हैं। अगर सैलरी आने में एक दिन की भी देरी हो जाए तो रोजमर्रा के खर्चे में भी रुकावट आ जाती है। इसलिए, रिटायरमेंट से पहले ही सोचना होगा कि क्या आप महीने के अंत में कुछ बचा पा रहे हैं?

उपाय ! अगर आपके पास कोई खास हुनर है, जो आपको दफ्तर के काम से अलग अतिरिक्त कमाई में मदद कर सकता है तो उसपर तुरंत ध्यान देना शुरू कर दें। अगर आप बिना सोचे-समझे सिर्फ खर्च किए जा रहे हैं तो अपने अनुभवों के आधार पर उसपर गंभीरता से विचार करना शुरू कर दें, ताकि उसमें कुछ कमी लाई जा सके। इस तरह से आपके पास जो पैसे बचेंगे वह आपकी कमाई हुई। इन बचे हुए पैसों से आप और ज्यादा धन जुटा सकते हैं।

2. आप जितना कमाते हैं उससे ज्यादा खर्च कर देते हैं?

अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की टोटल लिमिट के भरोसे रहते हैं या महीने के आखिर में आपको कहीं से पैसे उधार मांगने पड़ जाते हैं तो आप बहुत बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। आप सचेत हो जाइए और तुरंत इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए योजना बनाना शुरू कर दीजिए। क्योंकि, आप पहले ही लेट हो चुके हैं।

उपाय ! आप खर्च को रोक नहीं सकते, लेकिन उसे नियंत्रित जरूर कर सकते हैं। इन 3 उपायों से आप अपनी प्राथमिकताएं तय कर सकते हैं। पहला, नियमित कर्जों का भुगतान कीजिए (जैसे आपकी होम लोन की ईएमआई)। दूसरा, अपनी मासिक आय में से घर का किराया और बाकी जरूरी खर्च के पैसे अलग कीजिए। और तीसरा, हमेशा आमदनी का कुछ हिस्सा बचाने की कोशिश कीजिए और उसे इस तरह से निवेश कीजिए, ताकि जब भी आपको किसी चीज की अचानक जरूरत पड़ जाए तो आप उससे खर्च कर सकें। अगर ये पैसे किसी बड़े संकट में आपके काम आएंगे तो उस दिन आपको अपने फैसले पर गर्व होगा।

3. आपके पास कोई इमरजेंसी फंड नहीं है?

ऐसा माना गया है कि आपात परिस्थतियों से निपटने के लिए, मसलन किसी वजह से नौकरी छूट जाने या मेडिकल इमरजेंसी के लिए हर किसी को कम से कम 3 महीने की सैलरी जमा रखनी चाहिए।

तो मैं क्या करूं? इन आपात परिस्थितियों को आप अवसरों में बदलकर निश्चिंत हो सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी बचत का एक छोटा सा हिस्सा एक अच्छे प्रोटेक्शन प्लान में निवेश करना चाहिए। एचडीएफसी लाइफ का क्लिक 2 वेल्थ ऐसा ही एक विकल्प है, जो संकट के समय आपकी मदद कर सकता है।

4. आपके पास कोई निवेश नहीं है?

अगर निवेश के नाम पर आपके पास सिर्फ भविष्य निधि (पीएफ)है तो यह मंत्र याद रखिए: नौकरी के दौरान तो आपका जीवन किसी तरह से कट जाएगा, लेकिन आपका भविष्य अधर में रहने वाला है।

तो उपाय क्या करना चाहिए? राहत की बात ये है कि अभी इतनी देर नहीं हुई है। आप अभी भी बचत की योजना बनाना शुरू कर सकते हैं। आप छानबीन कीजिए, पता लगाइए कि कौन सी योजना आपकी बचत को सूट करती है और आपकी जरूरतों के मुताबिक है। एचडीएफसी लाइफ का क्लिक 2 वेल्थ यूलिप ऐसी ही एक योजना है, जहां आप अपने लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार निवेश कर सकते हैं। इस काम में आपके सहकर्मी भी आपको अच्छी सलाह दे सकते हैं। लंबे वक्त के लिए निवेश करना शुरू कीजिए और शायद बहुत जल्दी आप भी किसी को सलाह देने लायक बन जाएंगे।

5. आप पैसे उधार लेते रहते हैं?

जी-20 देशों में व्यस्क वित्तीय साक्षरता पर आई जी-20/ओईसीडी आईएनएफई की एक रिपोर्ट के अनुसार 54% भारतीय दोस्तों या परिवार से उधार लेते हैं। अगर आप इस श्रेणी में आते हैं तो समय आ गया है कि आप अपनी आदत को बदल डालें और अपनी कमाई के दम पर जीवन जीना शुरू कर दें।

पर कैसे ?

बाज़ार में ऐसे अनेकों प्लान हैं, जो आपके बजट के मुताबिक आपको बेहतर निवेश का विकल्प देते हैं। जब अपनी बचत से आप एक बार अपना उधार चुका देते हैं तो आप अपना खुद का रिटाइयर्मेंट फंड बना सकते हैं, जो आपके भविष्य को भी सुनिश्चित कर सकता है।

6. छुट्टियों पर जाने या बड़े खर्चों के लिए आपके पास कोई व्यवस्था नहीं है?

हो सकता है कि आप अपनी जरूरतें बहुत कम में ही पूरा कर लेते हों, लेकिन कई बार आपका दिल भी कुछ अलग या बड़ा करने की मांग करता होगा। करता है कि नहीं?

उपाय ! आपको अपने लिए भी अपनी आमदनी और खर्चों पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। इससे बहुत फर्क पड़ सकता है। कुछ रोमांचक करने की योजना भी बनाइए। कुछ भी बुरा नहीं होने वाला। आपकी योजना काम करेगी और आपके जीवन में कुछ यादगार पल जुड़ जाएंगे।

7. "मैं तब बचत करूंगा जब मैं ज्यादा कमाऊंगा"

अगर आपको लगता है कि उतना नहीं कमा पाते कि बचत कर सकें तो आप गलत हैं। याद रखिए, कल कमाई बढ़ेगी तो खर्च के भी कई द्वार खुल जाएंगे। इसलिए, अपने खर्चों पर अभी से अच्छी तरह ध्यान दीजिए और साथ ही साथ बचत का प्रयास भी शुरू कर दीजिए। अगर आपके पास ज्यादा पैसे कमाने का वक्त या धैर्य नहीं है तो आप कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं कि आप जो आज कमाते हैं, उसमें से ही कुछ न कुछ जरूर बचाएं। अगर अब से कुछ साल बाद आपने और अपने प्रियजनों के लिए पर्याप्त धन बचा पाए, तो यह आपके और आपके परिवार के लिए ही अच्छा रहेगा।

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