सीरिया पर जी-20 के नेताओं में नहीं बनी सहमति, UN के आदेश के बिना हमला नहीं
वाशिंगटन। सीरिया पर रासायनिक हमले के लिए तैयार अमेरिका की योजना के कारण खड़े हुए मौजूदा संकट के समाधान पर सहमति बनाने के लिए जी-20 के नेताओं की ओर से किया प्रयास नाकाम साबित हुआ।
रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी समकक्ष बराक ओबामा से मुलाकात की। दोनों के बीच सीरिया संकट को लेकर बातचीत हुई। लेकिन पुतिन औरल ओबामा के बीच सीरिया को लेकर पहले से मौजूद मतभेद खत्म नहीं हुए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता मार्टिन नसिर्के ने बताया कि ब्राहिमी का यह बयान सेंट. पीटर्सबर्ग में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ शुक्रवार को हुई बैठक के दौरान आया है।
ब्राहिमी ने कहा कि सीरिया न सिर्फ वहां की जनता बल्कि पूरे मध्य पूर्व और विश्व की शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है। कुछ देशों की संभावित सैन्य कार्रवाई पर ब्राहिमी ने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुताबिक किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है, उन्हें सुरक्षा परिषद का सामना करना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि वह और अन्य राजनयिक सीरिया की जनता की मदद के लिए राजनीतिक राह ढूंढने के मद्देनजर गृह युद्ध झेल रहे इस देश और अन्य संबंधित देशों को सम्मेलन के लिए साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जेनेवा के द्वितीय चरण की बैठक के लिए सक्रिय रूप से तैयारी कर रहा है, जिसमें सीरिया के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व अमेरिका, रूस और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी शामिल होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।