सरहद पर 'लाल साया', चीन कब्जाता रहा लद्दाख और सोती सरकार
नयी दिल्ली। चीन की हिमाकत बढ़ गई है। नक्शों में भारतीय क्षेत्र को चीन में दिखाने की बात तो आम है, लेकिन ये आम बात हकीकत बन जाएगी ये किसी ने सोचा नहीं थी। चीन ने हिम्मत दिखाई और सीमा नियमों को ताख पर रख कर भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने लद्दाख में 640 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है।
लद्दाख के 640 वर्ग किलोमीटर जमीन पर चीनी सेना ने कब्जा कर भारतीय सेना की प्रेटोलिग रोक दी है। अप्रैल में आईटीबीपी, जिसके पास चीन से लगी सीमा की निगरानी का जिम्मा है, ने सरकार को साफ किया था कि वो लद्दाख के पूर्वोत्तर में राकीनाला के इलाके में 640 वर्ग किलोमीटर के इलाके में पेट्रोलिग नहीं कर पा रही है, क्योंकि चीनी सेना की घुसपैठ और मौजूदगी काफी बढ़ गई है। इतना ही नहीं दौलत बेग इलाके में भारतीय सीमा के भीतर 18-19 किलोमीटर पर चीनी सैनिकों ने अपना कैंप बना रखा है।
चीन ने सीमा पर हिम्मत दिखाई तो विरोधियों ने सरकार पर हमला कर दिया। चीनी सेना की भारतीय जमीन पर कब्जे से नाराज विपक्ष ने सरकार पर हमला शुरु कर दिया है। विरोधियों की नाराजगी के साथ-साथ देशवासियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सरकार का बचाव कर ने के लिए रक्षामंत्री एके एंटनी संसद में इस बात पर सफाई देंगे कि क्या चीन ने पूर्वोत्तर की सीमा पर भारत के 640 किलोमीटर भाग पर कब्जा किया है।
सूत्रों से मिला जानकारी के मुताबिक पूर्व विदेश सचिव श्याम सरण की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने पिछले महीने लद्दाख इलाके का दौरा किया था। दौरे के दौरान उन्होंने पाया कि चीनी सेना भारतीय सीमा के अंदर घुस आई है। उन्होंने सीमा के निसान को ही बदल दिया है। भारतीय सेना को सीमा तक पहुंचने नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं चीनी सेना दौलत बेग इलाके में भारतीय सेना को निगरानी तक करने नहीं दे रही है।
नेशनल सिक्योरिटी एडवायजरी बोर्ड के चेयरमैन और पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन और उनकी टीम द्वारा तैयार रिपोर्ट ने सरकार में खलबली मचा दी है। जहां एक ओर चीन भारतीय सीमा में घुस आया है तो वहीं सरकार को इसमें कोई खतरे जैसी बात दिखती ही नहीं। सरकार इस रिपोर्ट को भले ही गंभीरता से लेने की बात कहे। मगर रिपोर्ट ने एक बार फिर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर सब कुछ ठीक-ठाक होने पर सवाल उठा दिए हैं।
सो रही सरकार
चीन ने हिम्मत दिखाई और सीमा नियमों को ताख पर रख कर भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने लद्दाख में 640 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है।
सेना की गश्त पर लगाया ब्रेक
लद्दाख में बार-बार घुसपैठ करने वाले चीन भारतीय सैनिकों को गश्त करने से भी रोक दिया। भारी और हल्के वाहनों पर सवार होकर आए चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को अपने ही इलाके में गश्त करने से रोक दिया था।
सीमा बदलने की जुगत कर रहा चीन
15 अप्रैल को चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार करते हुए भारतीय सीमा में 19 किलोमीटर अंदर तक घुस कर दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में पांच टेंट लगा लिए। इनमें उसके करीब 50 सैनिक, गाड़ियां और कुत्ते थे। इसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी चीनी टेंट से करीब 300 मीटर दूर अपने टेंट लगाए थे। इससे दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया था।
भारत दे रहा जबाव
चीन के बढ़ते हौसले को देखते हुए लद्दाख में भारत ने चीन को अपनी ताकत का एहसास करवाया। चीन से लगातार मिल रही वार्निंग को नजरअंदाज करते हुए भारतीय वायुसेना ने 22 अगस्त को तड़के लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल(एलएसी)से कुछ ही दूर दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में स्थित हवाई पट्टी पर अपना सी-130जे सुपर हक्र्युलस एयरक्राफ्ट उतारा।
चीन की गुस्ताखी, देश नाराज
एक ओर चीनी सैनिक लगातार भारत की सीमा में बड़ी घुसपैठ को अंजाम दे रहे हैं, तो दूसरी ओर ऐसी गंभीर घटनाओं को लेकर देशवासियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
लद्दाख पर चीन का दबदबा
लद्दाख में भारत-चीन बॉर्डर के पास चीन अपना दबदबा बढ़ाने के लिए सारी हदें पार करता जा रहा है। बॉर्डर के करीब सड़क मरम्मत का काम कर रहे भारतीय सेना के लोगों से चीनी सेना की पेट्रोलिंग पार्टी ने पूछताछ की, उनका मैप फाड़ दिया और पत्थरों को लाल रंग से रंग दिया।