डीएसपी मर्डर से बरी हुए राजा भैया जल्द बनेंगे कैबिनेट मंत्री
लखनऊ (राजीव ओझा)। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में कुंडा के बहुचर्चित डीएसपी जिया उल हक हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआई ने मामले में आरोपी पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को क्लीन चिट दे दी है। जांच एजेंसी ने कहा है कि उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं। इसके साथ ही राजा भैया को फिर से मंत्रिमंडल में लिए जाने की अटकलें तेज हो गयी हैं।
क्लीन
चिट
मिलने
के
बाद
राजा
भैया
ने
मुख्यमंत्री
अखिलेश
यादव
की
जम
कर
तारीफ
की
और
कहा
की
उनकी
सरकार
पर
उंगली
न
उठे
इस
लिए
उन्होंने
मंत्रिपद
छोड़ा
था
।
इस
बुरे
समय
में
समाजवादी
पार्टी
के
विधायकों
और
मंत्रियों
ने
उनका
साथ
दिया
इसका
मैं
तहे
दिल
से
आभारी
हूंश्।
राजा
भैया
का
कहना
है
कि
कुंडा
में
कुछ
भी
घटता
है
उसको
राजा
भैया
से
जोड़
दिया
जाता
है
और
नाम
आते
ही
वो
मीडिया
की
सुर्खी
बन
जाते
हैं।
बहुत जल्द होगा पांचवा मंत्रीमंडल विस्तार
इसके साथ ही समझा जा रहा है कि लोगसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में एक और मंत्रिमंडल विस्तार की भूमिका तैयार हो गई है। 403 सीटों वाली विधान सभा में इस समय मंत्रिपरिषद में कुल 58 सदस्य हैं। इस तरह दो मंत्रियों को अभी भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती हैं। 16 महीने पुरानी अखिलेश सरकार का चैथा मंत्रिमंडल विस्तार 18 जुलाई को हुआ था। तब अटकले लगाई जा रही थी कि राजा भैया की ताजपोशी होगी। लेकिन ऐन वक्त पर उनका नाम कट गया था। पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव राजा भैया को पसंद करते हैं। उन्हें लगता है कि इससे ठाकुरों के वोट बैंक का लाभ पार्टी को मिलेगा लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम खां जैसे कुछ बडे़ नेता उनको पसन्द नहीं करते।