शादी से पहले दुल्हनों का होता है वर्जिनिटी टेस्ट
नई दिल्ली। दुनिया भर के करीब सभी देशें में महिलाओं को किस कदर दबा कर रखा जाता है, इससे हर कोई वाकिफ है, लेकिन कई देश ऐसे हैं, जहां जुल्म की हदें पार हो जाती हैं। इसमें एक जुल्म है वर्जिनिटी टेस्ट, जो शादी के ठीक पहले किया जाता है। शर्मनाक बात यह है कि इस घिनौने अभ्यास से भारत भी अछूता नहीं है।
सबसे पहले हम बात करेंगे जॉर्जिया की, जहां पर यह परीक्षण आम है। जॉर्जिया में ईसाई धर्म को गहराई से मानने वाले लोग शादी से पहले वर्जिनिटी टेस्ट यानी कौमार्य परीक्षण करते हैं। जॉर्जिया ही नहीं बल्कि पश्चिम के कई देशों में लड़कियां जब टीन एज में कदम रखती हैं, तो उन्हें प्योरिटी रिंग पहनायी जाती है। इस अंगूठी को पहनते वक्त लड़की ईश्वर के सामने कसम लेती है कि वह शादी के पहले किसी भी व्यक्ति के साथ यौन संबंध स्थापित नहीं करेगी और अपना कौमार्य शादी तक सुरक्षित रखेगी।
पश्चिमी देशों के बारे में पढ़कर आपको शायद आश्चर्य नहीं हुआ होगा, लेकिन यह जानकर आपके होश उड़ जायेंगे कि ऐसा चलन भारत के कुछ राज्यों में भी है, वो भी हिन्दू धर्म में। यहां हम हाल ही में मध्य प्रदेश के बेतूल जिले में आयोजित सामूहिक विवाह का उदाहरण देना चाहेंगे। पिछले महीने आयोजित इस वैवाहिक समारोह में शामिल हुईं 350 दुल्हनों का वर्जिनिटी टेस्ट किया गया। विरोध हुआ तो जिला कलेक्टर राजेश मिश्र ने जांच के आदेश दे दिये।
यौन संबंधों पर हुए सर्वेक्षण की रिपोर्ट
हरियाणा-राजस्थान भी परीक्षण
हम आपको बता दें कि आज भी राजस्थान और हरियाणा में दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले रूढ़ीवादी लोग शादी के पहले कौमार्य परीक्षण करवाते हैं। इस प्रथा के अंतर्गत लड़के के घर की कोई एक महिला शादी से पहले लड़की का परीक्षण करती है।
चर्च से मिलता है वर्जिनिटी सर्टिफिकेट
दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में स्थित कई चर्च हर साल एक अभियान के तहत लड़कियों की वर्जिनिटी चेक करते हैं। इस अभियान में ज्यादातर उन लड़कियों के परीक्षण करवाये जाते हैं, जिनकी शादी होने वाली होती है। जून 2013 में हुए परीक्षण अभियान में 104 लड़कियों ने हिस्सा लिया। इस परीक्षण के बाद लड़कियों को एक सुंदर ड्रेस और सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। इसका कोई शुल्क नहीं पड़ता। यह परीक्षण हर साल जून-जुलाई और नवंबर-दिसंबर में आयोजित किया जाता है। यदि किसी को बीच में परीक्षण करवाना हो तो भी करवा सकते हैं।
ब्राजील की छात्रा ने शिक्षा के लिये नीलाम किया कौमार्य
यह खबर अक्टूबर 2012 की है, जब ब्राजील की एक छात्रा ने ऑनलाइन ऑक्शन के माध्यम से अपना कौमार्य नीलाम कर दिया, ताकि वो गरीब छात्रों को उच्च शिक्षा दिला सके। 20 वर्षीय छात्रा कैटरीना मिगलियोरिनी ने यह नीलामी की, जिसमें 15 खरीददार आये। उसके कौमार्य की कीमत 780,000 अमेरिकी डॉलर लगायी गई। उसे जापान के एक व्यापारी ने खरीदा। उसने सारी धनराशि उच्च शिक्षा में आने वाले गरीब छात्रों की फीस भरने के लिये दान कर दी।
अमेरिकी लड़कियों का कौमार्य
यूएस सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की रिपोर्ट 2007 के अनुसार 35 फीसदी लड़के-लड़कियां हाईस्कूल में ही यौन क्रियाओं में लिप्त हो चुके होते हैं। जबकि 47.8 फीसदी छात्र-छात्राएं संभोग कर चुके होते हैं। अमेरिका की लड़कियां 17 साल की उम्र में वर्जिनिटी खो देती हैं।
किस उम्र में भंग होता है भारतीय लड़कियों का कौमार्य
ड्यूरेक्स द्वारा जारी ग्लोबल सेक्स रिपोर्ट के अनुसार कौमार्य भंग होने की उम्र में भारत दूसरे स्थान पर है। सबसे ऊपर मलेशिया है, जहां औसतन 23 साल की उम्र में कौमार्य भंग होता है, जबकि भारत में औसतन 22.9 वर्ष की आयु में वर्जिनिटी खत्म हो जाती है। तीसरे नंबर पर सिंगापुर है जहां वर्जिनिटी भंग होने की उम्र 22.8 है।
चीन में क्या है वर्जिनिटी भंग होने की उम्र
ड्यूरेक्स द्वारा जारी ग्लोबल सेक्स रिपोर्ट के अनुसार चीन में कौमार्य भंग होने की उम्र 22.1 है, जबकि हॉन्ग-कॉन्ग में 22.2, जापान में 19.4 वर्ष की आयु में वर्जिनिटी खत्म हो जाती है।
भंग करो मेरे बेटे की वर्जिनिटी तो दूंगी कार
यह अजब-गजब खबर फिलेडैलफिया की है, जहां एक महिला ने विज्ञापन जारी किया कि जो लड़की उसके हारवर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले बेटे का कौमार्य भंग करेगी वह उसे कार देगी और पैसे से भर देगी। उसने विज्ञापन में अपने बेटे की तस्वीर भी लगायी, जिसके लिये लड़कियों का तांता लग गया। यह विज्ञापन 16 जुलाई 2013 को जारी किया गया था।
वर्जिनिटी पर अध्ययन की रिपोर्ट
एक अध्ययन के अनुसार 36 फीसदी टीनेजर्स पहली बार यौन संबंध उत्सुकतावश स्थापित करते हैं, जबकि 34 फीसदी ने कहा कि वह अपनी यौन इच्छा की पूर्ति करना चाहते थे, 28 फीसदी ने कहा कि उन्होंने पहली बार करीब आये तो उनके मन में चल रहा था कि इससे उनके संबंध प्रगाण होंगे। 15 प्रतिशत लड़कियों को उनके मेल पार्टनर की ओर से दबाव बनाया गया।