अरुण नेहरू का अंतिम संस्कार, प्रियंका गांधी के बेटे ने दी चिता को अग्नि
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। पूर्व कैबिनेट मंत्री और राजीव गांधी के सहयोगी और सबसे करीबी माने जाने वाले अरुण नेहरु का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनकी चिता को मुखाग्नि प्रियंका गांधी के पुत्र रेहान ने दी। राजधानी के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, केन्द्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला, सचिन पायलट, लालकृष्ण आडवाणी, अरुण जेटली सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि राजीव गांधी के प्रधानमंत्री काल में बेहद शक्तिशाली रहे अरुण नेहरू का कल निधन हो गया था। 69 वर्षीय नेहरु न सिर्फ राजीव गांधी के एक रिश्तेदार थे बल्कि वो उनकी सरकार में आंतरिक सुरक्षा मंत्री भी थे। नेहरू काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज गुड़गांव के अस्पताल में चल रहा था। जहां कल रात 10:47 बजे उनकी मौत हो गई। नेहरू को 18 दिन पहले हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनके परिवार में पत्नी सुभद्रा और दो बेटियां हैं।
राजीव गांधी सरकार में अपनी प्रभावशाली छवि बनाने वाले नेहरु का जन्म लखनऊ में हुआ था। वह 3 बार लोकसभा सांसद चुने गए। 1980 के दशक में वह सरकार के अलावा कांग्रेस में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। 1989 में उन्होंने जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उत्तर प्रदेश के बिल्हौर से वह तीसरी बार सांसद चुने गए थे। कारोबारी से राजनेता बने अरुण नेहरू 1980 के दशक में सियासत में कदम रखा। 1984 में उन्होंने प्रधानमंत्री बने राजीव गांधी के करीबी सलाहकार बने जिसके बाद उन्हें सरकार में आंतरिक सुरक्षा राज्य मंत्री भी बनाया गया।