युवा दिखने के लिए भरपूर नींद जरूरी
यह दावा एक नए शोध में किया गया है, जिसे अमेरिका के युनिवर्सिटी हॉस्पीटल्स केस मेडिकल सेंटर के फिजिशियन और वैज्ञानिकों ने किया। उन्होंने पाया कि नींद त्वचा के कामकाज तथा उसकी उम्र को भी प्रभावित करती है।
यह शोध हाल ही में हुआ है। इसके अनुसार, कम नींद लेने वालों की त्वचा समय से पूर्व बूढ़ी होने लगती है और उनमें अल्ट्रावायलट विकिरणों सहित पर्यावरण के अन्य नकारात्मक प्रभावों से जल्द मुक्त होने की क्षमता भी नहीं रह जाती।
यह शोध 'साइंस डेली' में प्रकाशित हुई है। इसके अनुसार, कम नींद लेने वाले अपनी त्वचा तथा चेहरे के रूप-रंग का भी मूल्यांकन नहीं कर पाते।
यह शोध युनिवर्सिटी हॉस्पीटल्स केस मेडिकल सेंटर में त्वचा अध्ययन केंद्र के निदेशक व मुख्य शोधकर्ता एल्मा बैरन के नेतृत्व में हुआ। बैरन ने अपने आंकड़े हाल ही में स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में हुए इंटनेशनल इंवेस्टिगेटिव डर्मेटोलॉजी मीटिंग में 'इफेक्ट्स ऑफ स्लीप क्वालिटी ऑन स्किन एजिंग एंड फंक्शन' शीर्षक से पेश किए।
बैरन केस वेस्टर्न रिजर्व युनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के त्वचा रोग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने कहा, "हमारे शोध में पहली बार दिखाया गया है कि कम नींद लेने से त्वचा पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। शोध से, कम सोने वाली महिलाओं की त्वचा के समय से पहले कांतिहीन होने और धूप के संपर्क में आने के बाद उस पर पड़ने वाले असर से निपटने की क्षमता में कमी का पता चलता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।