रोजेदारों की थाली से दूर हुई सब्जी
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर की मंडियों में दिल्ली से डेढ़गुनी अधिक कीमत पर सब्जियां बिक रही हैं। सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक अधिक बारिश से सब्जियों के दाम में वृद्धि हुई है। हरी सब्जियों के दाम तो सातवें आसमान पर हैं। पिछले एक पखवारे में सब्जियों की कीमतें डेढ़ गुना बढ़ गई हैं। बढ़ती कीमत से सब्जी रोजेदारों समेत अन्य लोगों की थाली से दूर होती जा रही है।
बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। हरी सब्जी की खेती नदी के घाटों पर होती है। घाट पर अधिक पानी होने के कारण सब्जियों की खेती बंद है। यही कारण है कि तरोई, नेनुआ, लौकी, करैला सहित अन्य सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर है। यहां की मंडी में सब्जियों की कीमत बड़े शहरों को भी पछाड़ रहे हैं। सब्जी के बढ़ते दाम ने आम आदमी को परेशान कर दिया है।
खुर्शीद अहमद, जीशान लारी, सोनू लारी, हाफिज का कहना है कि मौजूदा समय में जिस हिसाब से सब्जी के दामों में वृद्धि हो रही है उससे तो यही लगता है कि अब हम लोगों को सब्जी सोच समझकर ही खरीदनी पड़ेगी। सब्जी के बड़े कारोबारी जमाल अहमद ने कहा कि यहां के बाजारों में स्थानीय स्तर पर पैदा की गई सब्जी ही आती है। अधिक बारिश होने के कारण नदी के घाट पर होने वाली सब्जियां बाढ़ में बह गई हैं। यही वजह है कि सब्जी की कीमतें बढ़ती जा रही हैं।
इतना ही नहीं हरी मिर्च तो और भी तीखी हो गई है। हरी मिर्च के दाम भी उपभोक्ताओं को तीखा लगने लगा है। पिछले एक पखवारे में हरी मिर्च की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। जहां पंद्रह दिन पहले तक हरी मिर्च 30 से 40 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही थी, वहीं अब 60 से 80 रुपये पर बिक रही है। नौगढ़ निवासी किसान हरिनारायण ने बताया कि पिछले कई हफ्ते से खेतों से हरी मिर्च कम निकल रही है। इसी कारण से हरी मिर्च के दाम में इतना इजाफा हुआ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।