कुपोषण के नाम पर 14 करोड़ रुपए का बिस्कुट खा गई महाराष्ट्र सरकार
जब विपक्ष ने स पर सवाल उठाए और घोटाले की आशंका जाहिर की तो सरकार फौरन अपने बचाव में आ गई। सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रोफसर वर्षा गायकवाड़ ने तुरंत लिखित जबाव देकर विपक्ष का मुंह बंद कर दिया। अपने लिखित जबाव में मंत्री साहिबा ने सरकार के बचाव किया है। मंत्री ने साफ-साफ लिखा है कि आयुर्वेदिक बिस्कुटों की खरीद ई-टेंडरिंग के जरए की गई है। जिसमें सामान के साथ-साथ उसकी ठुलाई भी शामिल है।
ये बिस्कुट आदिवासी बाहुल्य इलाकों में आंगनबाड़ी केन्द्रों के जरए 6 महीने से लेकर 3 साल के बच्चों के लावा उनकी मां और गर्भवती स्त्रियों के बीच बांटा जाएगा। वहीं घोटालों की बात से कार करती हुई मंत्री साहिबा ने लिखा है कि बिस्कुटों की खरीद सामान्य कीमतों पर की गई है कोई घोटालेबाजी नहीं हुई है। जहां महाराष्ट्र सरकार इसे हितकारी योजना बता रही है वहीं शिवसेना का कहना है कि सरकार ने जान-बूझकर ये खेल खेला है।