तस्वीरें: अभी तक 1,40,000 यात्रियों ने की अमरनाथ यात्रा
श्रीनगर। इस साल 28 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद अबतक 140,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमनाथ यात्रा की। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, "यात्रा नियमित ढंग से हो रही है। 28 जून से सोमवार सुबह तक करीब 140,000 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए।" उन्होंने कहा, "इस दौरान तीन श्रद्धालुओं की स्वाभाविक मौत हुई। पवित्र गुफा तक तीर्थयात्रियों के पहुंचने के रास्ते, उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं दिए जाने और बालटाल तथा नुनवान आधार शिविरों से पवित्र गुफा की ओर रोजाना जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है।"
अधिकारी ने कहा कि इस बार जितने तीर्थयात्री इन दिनों प्रतिदिन यहां पहुंच रहे हैं, वह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कम है। इसकी वजह उत्तराखंड में आई प्राकृतिक तबाही हो सकती है। इस बार उत्तरी कश्मीर के बालटाल तथा दक्षिणी कश्मीर के नुनवान आधार शिविरों से तीर्थयात्रियों को पवित्र गुफा तक ले जाने वाले टट्टूओं के मालिक भी विभिन्न कारणों से निराश हैं। टट्टू मालिक वर्षो से बूढ़े व अशक्त लोगों को विभिन्न आधार शिविरों से पवित्र गुफा तक पहुंचाते रहे हैं लेकिन जब से न्यायालय ने प्रत्येक आधार शिविर से प्रतिदिन पवित्र गुफा की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,500 निर्धारित की है, टट्टू मालिकों का कहना है कि इससे उनका व्यवसाय प्रभावित हुआ है।
यात्रियों को पवित्र गुफा तक पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा से भी टट्टू मालिकों का व्यवसाय प्रभावित हुआ है। उत्तर प्रदेश के एक तीर्थयात्री 35 वर्षीय सुरेश कुमार ने कहा, "हेलीकॉप्टर आधार शिविर से पवित्र गुफा तक लाने-ले जाने के लिए प्रति तीर्थयात्री 2,800 रुपये लेते हैं, जबकि टट्टू मालिक अपनी इच्छानुसार कीमत वसूलते हैं। लेकिन लोग समय बचाने और यात्रा सुविधाओं के कारण भी हेलीकॉप्टर को तरजीह देते हैं।"
स्थानीय मौसम विभाग भी रोजना सुबह-शाम तीर्थयात्रियों के लिए मौसम के अनुमान पेश कर रहा है, ताकि उन्हें पता चल सके कि राजमार्गो तथा पवित्र गुफा तक जाने के मार्ग में मौसम की क्या स्थिति है?
दुर्गम अमरनाथ यात्रा की तस्वीरें, देखें-

बालटाल
दुर्गम रास्तों को पार करते हुए अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ते यात्री।

बालटाल
दुर्गम रास्तों को पार करते हुए अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ते यात्री।

धुमेल
सोनमर्ग के पास यात्री अमरनाथ की अपनी यात्रा के दौरान धुमेल में।

बालटाल
सोनमर्ग के पास बल्ताल में अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ते यात्री।

धुमेल
यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए पहाड़ी पर खड़ा सेना का एक जवान।

संगम
अमरनाथ गुफा की ओर जाने के लिए पहाड़ी पर चढ़ते श्रद्धालु।

बालटाल
अमरनाथ जाने वाले यात्रियों को सुरक्षा देने के लिए खड़ा सेना का जवान।

बालटाल
सेना का एक जवान स्थानों की जांच करता हुआ।

सोनामार्ग
यात्रियों के ठहरने और खाने के लिए टेंट लगाये गये हैं।

धुमेल
सोनमर्ग के धुमेल से अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ते यात्री।

धुमेल
सोनमर्ग के धुमेल से अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ते यात्री।

बालटाल
अमरनाथ जाने वाले यात्रियों का पहला समूह गुफा की ओर बढ़ता हुआ।

बालटाल
यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बेहतर प्रबंध किये गये है। सुरक्षा के दौरान खड़ा एक जवान।

जम्मू
अमरनाथ यात्रा के पहले पंजीकरण कराने के लिए एकत्र श्रद्धालु भजन गाते हुए।

जम्मू
भजन गाते श्रद्धालु।

जम्मू
यात्रा प्रारम्भ होने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवाते श्रद्धालु।

नुनवान
एक धार्मिक बेस कैंप में नारे लगाते श्रद्धालु।

चंदनवारी
अमरनाथ गुफा की ओर बढ़ते श्रद्धालु और अन्य चंदनवारी बेसकैंप में इंतजार करते हुए।

जम्मू
यात्रा का शुभारंभ करने से पहले भजन गाते और धार्मिक स्लोगन लगाते श्रद्धालु।

जम्मू
धार्मिक यात्रा पर जाने से पहले अमरनाथ बाबा का स्मरण करते श्रद्धालु।

जम्मू
यात्रा शुरू होने से अपना पंजीकरण कराने के इंतजार में बैठे श्रद्धालु भजन गाते हुए।
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