केदारनाथ की तबाही के बाद अब गंगोत्री मंदिर में पड़ी दरार
देहरादून। उत्तराखंड में तबाही के मंजर भी खत्म नहीं हुआ है। अभी भी कई हजार लोग यहां फंसे हुए है, कई हजार लोग लापता बताए जा रहे है। हजारों की मौत हो चुकी है। देवभूमि पूरी तरह तबाह हो चुकी है।
केदारनाथ मंदिर को छोड़कर पूरी घाटी का नक्शा बदल चुका है। सरकार हार मान चुकी है कि अगले दो तीन साल तक चार धाम यात्रा नहीं हो पाएगी। केदारनाथ की तबाही के बाद अब एक भयानक तस्वीर सामने आई है। 19वीं सदी में बने गंगोत्री में दरार आ गई है।
मंदिर का इस हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। भारी बारिश होने के कारण मंदिर परिसर के एक हिस्से को भारी नुकसान पहुंचाया है। गंगा का उद्गम स्थाल माने जाने वाले गंगोत्री में अब खतरा खड़ा हो गया है।
चार धाम में से एक गंगोत्री मंदिर में गंगा माता की प्रतिमा है। यह भागीरथी के किनारे है और नदी के वास्तविक स्रोत से 18 किलोमीटर के फासले पर ये मंदिर स्थित है। मंदिर के पुजारी के मुताबिक बेहद खराब मौसम और ग्लैशियर से आने वाले पानी के कारण मंदिर की इमारत और दीवारों में कई जगह दरार पड़ गई है। मंदिर का वो हिस्सा जो लकड़ी से बना हुआ है पूरी तरह टूट गया है। सर्दी में यहां पानी बर्फ बन जाता है, लेकिन मंदिर की दीवारों में पड़ी दरार के बाद चिंता बढ़ गई है।