2028 तक चीन से ज्यादा होगी भारत की आबादी: रिपोर्ट
बैंगलोर। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया की अलग अलग भागों के जनसांख्यिकी आकड़ो और 2010 की जनसंख्या की समीक्षा करने के बाद यह कहा जा सकता है कि भारत 2028 तक विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश होगा। वर्तमान में चीन की आबादी 1.45 अरब है पर 15 बर्षों में भारत की आबादी इस संख्या को पार कर जायेगी।
'वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट्स' नामकी यह रिपोर्ट जनसांख्यिकी आंकड़ों के आधार पर बनायी गयी है। जिसमें यह भी जिक्र किया गया है कि अगले महीने दुनिया की आबादी 7.2 अरब हो जाएगी। रिपोर्ट में वर्णन किया गया है कि ज्यादातर जनसंख्या विकासशील देशों की ही बढ़ेगी और प्रजनन क्षमता के आधार पर सदी के अंत तक विश्व की आबादी 16.6 अरब तक पहुंच सकती है या हो सकता है कि 6.8 अरब तक घट जाय।
रिपोर्ट में 233 देशों और दुनिया के अलग अलग जनसांख्यिकी आकड़ों को शामिल किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जनसंख्या वृद्धि में सर्वाधिक योगदान भारत और चीन का होगा। 2028 तक जहां भारत की जनसंख्या 1.45 अरब होगी और बढ़ती जाएगी, वहीं चीन की जनसंख्या में गिरावट आती जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार यूरोप की आबादी में 14 फीसदी की कमी दर्ज की जाएगी तो अन्य महाद्धीपों में वृद्धि दर्ज की जाएगी और शताब्दी के अंत तक विकसित देशों में औसत आयु 89 वर्ष और विकासशील देशों में 81 वर्ष होगी।
संयुक्त राष्ट्र के सामाजिक और आर्थिक मामलों के जनसंख्या प्रभाग के निदेशक जॉन विल्मॉथ का कहना है कि हाल के वर्षो में प्रजनन के स्तर में वृद्धि हुई हैं। एक तरफ भारत, चीन, इंडोनेशिया, ब्राजील, ईरान और दक्षिण अफ्रीका में प्रति महिला बच्चों की औसत संख्या में कमी आई है वहीं दूसरी तरफ नाइजर, नाइजीरिया, कांगो, इथोपिया, उगांडा और अफगानिस्तान में प्रति महिला बच्चों की औसत संख्या पांच हैं।