आडवाणी न किसी के समर्थक न ही विरोधी: नकवी
पणजी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को कहा कि पार्टी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी न तो किसी पार्टी नेता का समर्थन करते हैं न ही किसी का विरोध करते हैं। उन्होंने और अटल बिहारी वाजपेयी ने पार्टी की आज की पीढ़ी के कई नेताओं को तैयार किया है। पणजी स्थित गोवा प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नकवी ने यह भी कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के अपने एजेंडे के प्रति पार्टी एकजुट है और तीन दिनों तक चलने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसी की रणनीति तय की जाएगी और सात से नौ जून के बीच पदाधिकारी पार्टी की एकता पर छींटाकशी करने वालों को प्रत्युत्तर देंगे।
ग्वालियर में कुछ ही दिनों पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशासनिक दक्षता और विनम्रता की प्रशंसा के बाद उपजे विवाद को खत्म करने का प्रयास करते हुए नकवी ने कहा, "उन्होंने (आडवाणी) और अटलजी ने भारी त्याग कर भाजपा को संवारा है। हम उनके योगदान को नहीं भुला सकते। उन्होंने वर्तमान नेतृत्व को उंगली पकड़ कर सिखाया। यदि किसी को यह भ्रम है कि आडवाणीजी किसी का समर्थन या विरोध करते हैं तो वे इसे साफ कर लें।"
आडवाणी की टिप्पणी, पार्टी के भीतर उठ रही जोरदार मांग के साथ-साथ गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की खुद को प्रधानमंत्री के प्रत्याशी के रूप में प्रस्तुत किए जाने की छल-छद्म भरी चाल के बीच आई है। नकवी ने पार्टी के भीतर मतभेद को खारिज करते हुए दावा किया कि भाजपा नेतृत्व एकजुट है और सभी का एक ही एजेंडा है कि भ्रष्ट और कुशासन की जननी कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकना है। नकवी ने हालांकि इस सवाल को टाल दिया कि तीन दिवसीय गोवा बैठक का समापन आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रचारक के रूप में मोदी के नाम पर मुहर लगाने के साथ होगा?
नकवी ने कहा, "बैठक में विभिन्न मुद्दों पर फैसले लिए जाएंगे। जो भी फैसला लिया जाएगा हम आपको उसके बारे में जानकारी मुहैया कराएंगे।" उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि मोदी सिर्फ पार्टी के भीतर ही लोकप्रिय नेता नहीं हैं, बल्कि देश भर में भी लोकप्रिय हैं। वे बेहतर प्रदर्शन और सुशासन के जरिए नेता हैं।