प्रबंध संस्थान में टीम मैनेजमेंट सीखेगी यूपी पुलिस
लखनऊ (ब्यूरो)। क्राइम ब्रांच की कार्यशैली पर सवाल उठने के बाद लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ज़े रविंद्र गौड़ ने उसे भंग करके नए सिरे से टीम गठित की है। उनका मकसद क्राइम ब्रांच की नई टीम के पुलिसकर्मियों में टीम भावना पैदा करने के साथ-साथ अपने कार्य को निजी कंपनियों की तरह समयबद्घ तरीके से करने का है। पुलिस टीम के अंदर टीम भावना पैदा करने के लिए प्रबंधन गुरुओं की मदद ली जाएगी।
गौड़ ने क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रबंधन संस्थान के विशेषज्ञों को शामिल करने की योजना बनाई है। इसके लिए उन्होंने शहर के कई प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थानों से सम्पर्क भी किया है। क्राइम ब्रांच की 20 सदस्यीय नई टीम का प्रशिक्षण पुलिस लाइन में बुधवार से शुरू हो गया है, जहां उन्हें शस्त्र प्रशिक्षण, मानवाधिकार, जनता से व्यवहार व गिरफ्तारी के दौरान तलाशी सहित अन्य चीजों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
गौड़ कहते हैं कि पुलिस महकमे में वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश उनके अधीनस्थ से उनके बाद के अधिकारियों से होते हुए सबसे नीचे सिपाही तक जाते हैं। लेकिन क्राइम ब्रांच का काम थानों की पुलिस से अलग है। लिहाजा उन्हें निजी कंपनी के स्टाफ की तरह हर स्तर के अधिकारियों के साथ मिलकर टीम की तरह काम की प्रक्रिया व भावना को समझने की जरूरत है। ताकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से लेकर सिपाही के बीच पद को लेकर कोई दिक्कत न आए।
उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन में चल रहे प्रशिक्षण के अंतिम चरण में प्रबंधन संस्थान के विशेषज्ञों की कार्यशाला आयोजित कराई जाएगी। इससे पुलिसकर्मियों को निजी कंपनी में किसी कार्य को पूरा के लिए टीम की तरह किए जाने वाले कार्य व उससे जुड़े व्यवहार का अनुभव करने का मौका मिलेगा। सूबे के एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि जिस तरह से आज समाज बदल रहा है उसके अनुरूप पुलिस की कार्यशैली में भी बदलाव की जरूरत है।