सोनिया ने मनमोहन पर कोई दबाव नहीं डाला: कांग्रेस
इन बातों को और बल तब मिला जब कांग्रेस आलाकमान खुद प्रधानमंत्री से मिलने उनके आवास पर गया और इसके बाद दोनों मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाया गया। मंत्रियों की बर्खास्तगी के पीछे कारण बताये जाते हैं कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि लोकसभा चुनाव 2014 के पहले उनकी पार्टी में कोई दागी मंत्री हो, वहीं प्रधानमंत्री ने कानून मंत्री अश्विनी कुमार और पवन बंसल को बचाने की पूरी कोशिश की थी। जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि पीएम और सोनिया गांधी में मतभेद हो गये हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि इन्हीं मंत्रियों के इस्तीफे की मांग के कारण संसद सत्र भी नहीं चल सका, विपक्ष का कहना था कि हम संसद तब तक नहीं चलने देंगे जब तक पवन बंसल और आश्विनी कुमार इस्तीफा नहीं दे देते। विपक्ष प्रधानमंत्री के इस्तीफे की भी मांग कर रहा है और सरकार से यह भी जानना चाह रहा है कि आखिर कानून मंत्री ने किसको बचाने के लिए सीबीआई रिपोर्ट में परिवर्तन करवाये।