नरेंद्र मोदी ने कहा अटल की सरकार में था दम
अहमदाबाद। राजस्थान के पोखरण में आज ही के दिन हुए परमाणु परीक्षण की यादों को ताज़ा करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें अपने वैज्ञानिकों के साथ-साथ तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार पर गर्व होना चाहिये, कि उन्होंने दुनिया को दिखा दिया था कि भारत में कितना दम है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जब अटल जी की सरकार ने न्यूक्लियर परीक्षण किया, तो सारी दुनिया ने तमाम प्रतिबंध की व्यवस्थाएं कर दीं, कि हिन्दुस्तान तबाह हो जाये। 11 मई का वो दिन था, जब कांग्रेस के मित्रों ने कहा था कि यह अटल जी का नहीं वैज्ञानिकों का कमाल है। वो न्यूक्लियर टेस्ट वैज्ञानिकों की करामात थी, लेकिन दुनिया की नाराजगी और आर्थिक प्रतिबंधों के बाद भी 13 तारीख को दोबारा परीक्षण ने यह बता दिया कि भारत में कितना दम है और यह दम अटल जी की सरकार में ही था।
मोदी ने कहा कि 15 साल पहले जो इतिहास अटल जी की सरकार ने रचा उससे कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक और मणिपुर से लेकर महाराष्ट्र तक हर व्यक्ति को गर्व महसूस हुआ। मोदी ने कहा कि उस दौरान जो साहस अटल जी की सरकार ने दिखाया था, उसकी दाद देनी चाहिये। भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने दो साल भी पूरे नहीं किये थे, कि यह साहसिक कदम उठा लिया। इस कदम के साथ भाजपा सरकार ने देश से वादा किया कि देश के विकास की राह में कोई बाधा नहीं आने देंगे। उन्होंने देश के आगे कोई समझौता कभी नहीं किया।
मोदी ने कहा, "आज उसी परीक्षण के 15 साल पूरे होने पर मेरे मन में एक सवाल उठ रहा है। हम सैन्य उपकरण बनाने के मामले में कैसे आत्मनिर्भर हो सकते हैं। यह सिर्फ सैन्य शक्ति की बात नहीं है, बल्कि हमारे खुद के सैन्य उपकरण के लिये यह जरूरी भी है, कि बाकी देश हमसे उपकरण खरीदें। हजारों करोड़ रुपए बहाकर बाहरी देशों से सैन्य उपकरण खरीदने के बजाये हमें खुद की तकनीक को इतना विकसित करना होगा, कि अन्य देश हमसे खरीदें।"
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मोदी ने आगे कहा, "गुजरात में हमने इसी दिशा में एक पहल की है। हम अपने इंजीनियरिंग कॉलेजों में सैन्य उपकरण बनाने की तकनीक पढ़ाने की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं। 2013 की वाइबरेंट गुजरात सम्मेलन में हमने इस पर चर्चा भी की और कार्य प्रगति पर है। आज प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर हमें पोखरण परीक्षण के उस दिन को याद करना चाहिये, जब देश ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया था।"