मामा के रेलमंत्री बनते ही शुरु हो गया था भांजे के खेल
जांच के दौरान ये बात सामने आई कि पवन कुमार बंसल के रेल मंत्री बन ही उनके भांजे विजय सिंगला ने पैसे लेकर ट्रांसफर कराने का काम शुरु कर दिया था। सीबीआई के मुताबिक विजय सिंगला ने संदीप गोयल को आश्वस्त किया था कि वह मामा से बोलकर महेश कुमार को रेलवे बोर्ड का मेंबर बनवा देगा।
विजय सिंगला, संदीप गोयल और महेश कुमार की बातचीत को सीबीआई ने रिकॉर्ड किया था। इस बातचीत में सिंगला अपने मामा का हवाला देते हुए गोयल से कहा़ रहा था कि वह महेश कुमार की पोस्टिंग को लेकर बेफिक्र रहे। इसके बाद गोयल ने महेश कुमार को आश्वस्त किया था कि आपका काम हो गया है।
सिंगला के दावे के बाद महेश कुमार सुनिश्चित होना चाहता था कि क्या पोस्टिंग को लेकर मामला फिक्स हो गया है। इसके बाद महेश कुमार पैसे देने कि लिए राजी हो गया। इस अहम खुलासे के बाद सीबीआई जल्द ही रेलमंत्री को भांजे के इस दावों के बारे में पूछताछ करने के लिए बुला सकती है। सीबीआई ने रेलवे में ट्रांसफर, पोस्टिंग, नियुक्ति और प्रमोशन को लेकर छानबीन 28अक्टूबर 2012 से ही करना शुरू कर दी है। 28 अक्टूबर 2012 को ही बंसल को रेलवे की कमान सौंपी गई थी।