कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत
3:45 बजे। चुनाव आयोग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस 121 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। वहीं भाजपा 40 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि जेडीएस ने 40 सीटें जीती हैं। कर्नाटक जनता पार्टी ने 6, बीएसआर कांग्रेस ने 4, निर्दलीय उम्मीदवारों ने 7 और अन्य दलों ने 5 सीटें जीती हैं।
चुनाव से जुड़ी बड़ी खबरें-
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- कर्नाटक में कांग्रेस ने किया भाजपा का कत्ल
- कर्नाटक कांग्रेस में CM पद के लिये कैट-फाइट शुरू
1:30 बजे। ताजा परिणाम इस प्रकार हैं। कांग्रेस 107 सीटें जीत चुकी है, जबकि 15 अन्य पर आगे है। वहीं भाजपा 34 सीटें जीतने के साथ 7 सीटों पर आगे है, वहीं जेडीएस 31 सीटों पर जीत के साथ 8 सीटों पर आगे चल रही है।
12:12 बजे। सभी सीटों के रुझज्ञानों से साफ हो गया है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। कांग्रेस यहां पर 116 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है।
चुनावी बिंदु: कर्नाटक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू नहीं चल सका। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि मोदी जिस गुजरात का डंका पूरे देश में पीट रहे हैं, उस स्तर तक कर्नाटक पहले ही पहुंच चुका है। लिहाजा यहां के लोग गुजरात के विकास से बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं हैं। खास तौर से बैंगलोर, मैसूर और हुबली के लोग।
11:32 बजे। सभी सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। कर्नाटक में कांग्रेस 110 सीटों पर तेजी से आगे बढ़ रही है। भाजपा के जाने की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
11:05 बजे। कांग्रेस की 110 सीटों पर बढ़त यह साफ दर्शा रही है कि राहुल गांधी का जादू कर्नाटक में चल गया। वैसे बिहार, तमिलनाडु, यूपी में फेल होने के बाद आखिरकार राहुल ने कर्नाटक की परीक्षा पास कर ली।
10:45 बजे। सुबह खबर आ रही थी कि कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलेगा यानी वो 113 के मैजिक नंबर को क्रॉस नहीं कर पायेगी और उसे येदियुरप्पा का हाथ थामना पड़ेगा। लेकिन अभी-अभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बताया कि पार्टी येड्डी का हाथ किसी भी कीमत पर नहीं थामेगी।
10:32 बजे। इस चुनाव में बीएस येदियुरप्पा का मकसद पूरा होता दिख रहा है। जिस येड्डी ने कर्नाटक में भाजपा की नींव डाली थी, आज उसी ने किले को तहस-नहस कर दिया। भले ही येदियुरपा को खुद कोई खास लाभ नहीं मिला। इनकी पार्टी केजेपी मात्र 10 सीटों पर आगे है।
चुनावी बिंदु: यहां पर भ्रष्टाचार बनाम भ्रष्टाचार की जंग हुई और लोहे ने लोहे को काट दिया। जी हां कांग्रेस की जीत से यह मत सोचिये कि कर्नाटक में सत्य की जीत हुई है।
10:08 बजे। कांग्रेस 110 सीटों पर, भाजपा 42 और जेडीएस 47 पर आगे हैं।
9:44 बजे। अगर रुझानों की बात करें तो कांग्रेस का शतक हो गया है। जी हां कांग्रेस पार्टी 100 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं भाजपा की सुई 40 पर ही अटकी हुई है।
9:35 बजे। कांग्रेस 95, भाजपा 40, जेडीएस 42 और केजेपी 3 सीटों पर आगे। मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, कांग्रेस के सीएम पद के दावेदादार सिद्धारमैया और डा. जी परमेशवरा आगे चल रहे हैं।
9:28 बजे। सुबह से जो रुझान दिख रहे हैं, उनमें भाजपा और जेडीएस की सीटें जोड़कर भी कांग्रेस के बराबर नहीं आ पा रही हैं। कांग्रेस का आंकड़ा तेजी से शतक की ओर बढ़ रहा है। उम्मीद है 15 मिनट के अंदर कांग्रेस 100 सीटों पर आगे होगी।
चुनावी बिंदु: खास बात यह है कि अब कर्नाटक में भाजपा की हत्या साफ दिखाई दे रही है। इसके लिये स्वयं भाजपा जिम्मेदार है। वहीं जनता दल सेक्युलर का प्रदर्शन बेहतरीन दिखाई दे रहा है। जेडीएस को 2008 में 28 सीटें मिली थीं, इस बार 40 का आंकड़ा पार होता दिख रहा है।
9:22 बजे। भाजपा 40, कांग्रेस 85, जेडीएस 39, केजेपी 11 सीटों पर आगे है।
चुनावी बिंदु: कांग्रेस को अगर जीत मिलती है, तो उसका श्रेय कांग्रेस के दिग्गज नेता शमनूर शिवशंकरप्पा को जाता है, क्योंकि उन्हीं की वजह से कांग्रेस लिंगायत समाज का वोट खींचने में सफल हुई है। खास बात यह है कि यह वोट यड्डी भी उनसे नहीं खींच पाये।
9 बजे। भाजपा 30, कांग्रेस 74 और जेडीएस 33 सीटों पर आगे है।
8:48 बजे। भाजपा 14, कांग्रेस 36, जेडीएस 14 केजेपी 6 सीटों पर आगे ।
8:30 बजे। रुझान आने शुरू हो गये हैं। पहले रुझान कांग्रेस के पक्ष में हैं और यहां कांग्रेस 22 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं भाजपा की शुरुआत बेहद खराब हुई है। भाजपा मात्र 6 सीटों पर आगे है। कर्नाटक जनता पार्टी 4 और जेडीएस 6 सीटों पर आगे है।
चुनावी बिंदु: कांग्रेस पार्टी में दिग्गज नेताओं की ओर से मुख्यमंत्री पद की दावेदारी अभी से शुरू हो गई।
सुबह
8
बजे।
ठीक
आठ
बजे
बैंगलोर
के
महारानी
कॉलेज
से
सूचना
मिली
की
सभी
केंद्रों
पर
मतगणना
शुरू
हो
चुकी
है।
मतगणना
शुरू
होते
ही
कई
दिग्गजों
के
दिल
की
धड़कनें
तेज
हो
गई
हैं।
चुनावी
बिंदु:
इस
चुनाव
में
अगर
भाजपा
हारती
है,
तो
उसका
कारण
बीएस
युदियुरप्पा
के
साथ-साथ
खुद
पार्टी
के
बड़े
नेता
होंगे,
क्योंकि
पार्टी
पर
जब
भ्रष्टाचार
के
आरोप
लगे,
तो
फूट
पड़
गई
और
अंत
में
जाकर
येदियुरप्पा
ने
पार्टी
छोड़
दी।
सच
पूछिए
तो
राज्य
में
येड्डी
ही
भाजपा
के
कातिल
होंगे।
चुनावी बिंदु: कांग्रेस लाख बुरी हो, केंद्र में उसने अरबों रुपए का घोटाला क्यों नहीं किया हो, लेकिन आम जनता के पास आने के बाद उसके नेता ऐसे बन जाते हैं, मानो दूध के धुले हों। यह मत सोचिये कि कांग्रेस की अगर जीत हुई तो वो भ्रष्टाचार की जीत होगी, बल्कि कर्नाटक की जनता ने भाजपा को नीचा दिखाने के लिये कांग्रेस को वोट दिया है।