भाजपा के 3 सदस्यों को जेपीसी से बाहर करने की मांग
लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात करने गए कांग्रेस के एक सांसद ने कहा, हमने लोकसभा अध्यक्ष से भाजपा के तीन सदस्यों रवि शंकर प्रसाद, यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह को जेपीसी से हटाने या फिर उन्हें मतदान करने से वंचित करने की मांग की है। इसका कारण यह है कि ये सदस्य या तो दूरसंचार मंत्री रहे या फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के कार्यकाल (1998-2004) में इस मामले के मंत्रियों के समूह में शामिल थे इसलिए उनकी मौजूदगी में रिपोर्ट के मसौदे पर चर्चा और उसे अंतिम रूप देने में हितों का टकराव हो सकता है।
मीरा कुमार से मिलने गए कांग्रेस के सांसदों में अरुण कुमार, एस नात्चिअप्पन, जेपी अग्रवाल, भक्त चरण दास, निर्मल खत्री और आनंद भास्करुलू शामिल थे। इससे पहले 30 सदस्यीय जेपीसी में शामिल विपक्ष के 15 सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर चाको को इसके अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की थी। विपक्षी सदस्य रिपोर्ट का मसौदा लीक हो जाने से गुस्से में हैं।
मसौदे में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को 2जी आवंटन से सरकारी खजाने को हुए नुकसान के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है, लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम को क्लीन चिट दी गई है। भाजपा के सदस्य इस बात से नाराज हैं कि रिपोर्ट में कहा गया है कि अटल बिहारी वाजपेयी नीत राजग सरकार के कार्यकाल में सरकारी खजाने को 40,000 करोड़ रुपये का चूना लगा था। (आईएएनएस)