2जी स्पेक्ट्रम घेटाला: सुनवाई 29 अप्रैल तक स्थगित
सर्वोच्च न्यायालय ने, निचली अदालत में लम्बित इस मामले को 18 अप्रैल को स्थगित कर दिया था, क्योंकि न्यायमूर्ति एआर दवे ने मामले से खुद को अलग कर लिया था। इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन ने भी इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था। मित्तल और रुइया ने 2जी मामले की विशेष अदालत द्वारा जारी समन को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। सीबीआई की विशेष अदालत ने 2002 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार के कार्यकाल में कथित तौर पर अतिरिक्त स्पेक्ट्रम आवंटन करने के मामले में मित्तल एवं रुइया के खिलाफ समन जारी कर उन्हें अदालत में पेश होने के आदेश जारी किए थे।
न्यायाधीश सैनी ने सोमवार को कहा, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 18 अप्रैल को जारी आदेश के मद्देनजर इस मामले को 29 अप्रैल तक के लिए स्थगित किया जाता है। सीबीआई की विशेष अदालत ने इससे पहले 16 अप्रैल को मित्तल एवं रुइया के निजी मुचलकों की अवधि अगली सुनवाई तक के लिए बढ़ा दी थी। इस मामले के एक और आरोपी कनाडा के अनिवासी भारतीय असीम घोष को अभी समन जारी किया जाना बाकी है। असीम कथित अनियमितता बरते जाने के समय विवादित कम्पनी के प्रबंध निदेशक थे। (आईएएनएस)