MNS कार्यकर्ताओं की दादागीरी, इंडिया बुल्स के दफ्तर में की तोड़फोड़
इंडिया बुल्स के दफ्तरों पर हमला राज ठाकरे के उस बयान के बाद हुआ जिसमें एमएनएस मुखिया राज ठाकरे ने इंडिया बुल्स को पावर प्रॉजेक्ट के लिए पानी दिए जाने का विरोध किया था। राज के विरोध करते हुए कहा था कि अगर पानी देना बंद नहीं किया गया तो एमएनएस इस मुद्दे पर आंदोलन करेगी।
एमएनस के हुड़दंगियों को बस एक मौके की तलाश थी। राज के बयान के बाद उन्होंने पहले मुंबई के लोअर परेल इलाके में इंडिया बुल्स कंपनी के दफ्तर में जमकर तोड़फोड़ की । इस हंगामे में कंपनी के दो कर्मचारी भी जख्मी हो गए थे। बाद में इस कर्रवाई के खिलाफ मुंबई पुलिस ने एमएनएस के 5 कार्यकर्तायों को हिरासत में ले लिया। लेकिन बावजूद इसके ये नहीं रुके और इन्होंने अमरावती स्थित इंडिया बुल्स के ऑफिस पर हमला कर दिया।
ये कोई पहला मौका नहीं है जब एमएनएस कार्यकर्ताओं ने सरेआम पुलिस और प्रशासन को आंख दिखाते हुए दादागीरी की हो। इससे पहले कई बार उत्तर भारतीयों के खिलाफ एमएनएस ने नफरत की राजनीति का सहारा लेकर हंगामा किया है।