इटली ने भारत को सौंपे दस्तावेज
रक्षामंत्री ने यह जानकारी ए. टी. नाना पाटिल और अर्जुन मेघवाल के सवाल के जवाब में दी। रक्षामंत्री ने यह भी बताया कि इटली में की जा रही जांच अभी प्रारंम्भिक दायरे में हैं अत: गोपनीयता बनाये रखने के लिए हमें और अधिक जानकारी नहीं मिल सकी, हमें वह दस्तावेज प्राप्त हुए हैं जिनके तहत फिनमेकेनिका के सीईओ के खिलाफ वारंट जारी किया गया था।
गौरतलब है भारत के उच्चायोग की एक टीम इस समय रोम में हैं और इस मामले से जुड़े दस्तावेजों को इटली से प्राप्त करने की कोशिश कर रही है। इस मामले में कहा गया था कि इस डील को करवाने के लिए कंपनी ने पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी ने कथित तौर पर कंपनी से रिश्वत लेकर टेंडर के नियमों में हेरा फेरी की थी। 3600 करोड़ रूपये की डील फाइनल करवाने के लिए तकरीबन 350 करोड़ रूपये की रिश्वत दी गई थी।
रिश्वत लेने के आरोप में एसपी त्यागी के अलावा उनके परिवार के तीन अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं। हालांकि अपने ऊपर लगाये गये सभी आरोपों को खारिज करते हुए पूर्व सेनाध्यक्ष त्यागी ने कहा था कि हेलीकॉप्टर खरीद का मामला 2010 का है जबकि मैं तो 2007 में ही रिटायर हो गया था, लेकिन इटली की जांच एजेंसी द्वारा दी गई जानकारी में त्यागी और उनके परिवार के तीन सदस्यों का नाम आया है। इस मामले पर विपक्ष ने भी सरकार को घेरा था और कहा था कि अगर रिश्वत देने वाले की पहचान हो गयी है तो अब तक रिश्वत लेने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी है।