नरेंद्र मोदी ने कहा महंगाई बढ़ायेगा रेल बजट
अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस शासित यूपीए द्वारा पेश रेलवे बजट को विकास विरोधी और यूपीए सरकार की नॉन परफॉर्मेंस कार्यशैली का स्पष्ट प्रतीक करार दिया है। रेल किराए में बढ़ोतरी नहीं की गई है, इस बात का जनता में भ्रम पैदा किया गया है। वास्तव में रेल किराया तीन महीनें पहले ही बढ़ा दिया गया था, और अब डीजल खर्च में मूल्य वृद्धि के बहाने सरचार्ज लगाने से जनता की आवश्यक वस्तुएं महंगी होगी।
मोदी ने कहा कि महंगाई को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल यूपीए सरकार के रेल बजट से महंगाई और बढ़ेगी, इसका बोझ गरीब और मध्यम वर्ग पर पड़ेगा। रेल टेरिफ में सीधी बढ़ोतरी नहीं की गई है, ऐसा भ्रम फैलाकर रेल मंत्री ने जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया है। मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में समुद्री मार्ग से व्यापार की महत्वपूर्ण भूमिका को केन्द्र में रखते हुए कोस्टल-पोर्ट कनेक्टिविटी और रेल प्रशासन के बीच जो निर्णायक संकलन होना चाहिए, उसका प्रतिबिंब इस बजट में कहीं दिखाई नहीं देता।
कांग्रेस शासित यूपीए सरकार ने गुजरात की रेल विषयक उचित मांगों की घोर उपेक्षा करके फिर से एक बार गुजरात के साथ अन्याय किया है। इस पर आक्रोश व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि परिवहन सेवा के महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबई-पूना के फास्ट ट्रैक बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के विषय में बजट में कोई नामोनिशान नहीं है। गुजरात राज्य से रेलवे को सबसे ज्यादा आय हासिल होती है, इसके बावजूद पिछले नौ वर्ष से गुजरात की जनता की रेलवे सुविधा की उचित मांगों की उपेक्षा होती रही है। पिछले बजट में कच्छ में वैगन की फैक्ट्री बनाने की घोषणा की गई थी, और पिछले तीन वर्ष में नई रेलवे लाइनों के लिए 47 सर्वे हुए थे, जिसमें से गुजरात के बारे में रेल बजट में कुछ नहीं कहा गया है।
भारत के विकास में रेलवे की ढांचागत परिवहन सेवा की अत्यंत निर्णायक भूमिका है। विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत को व्यापार-वाणिज्य के क्षेत्र में अपना सामर्थ्य साबित करना हो तो रेलवे सर्विसेज के लिए भविष्य का विजन होना चाहिए। स्थिति इससे उलट है। प्रगति में विद्यमान कई रेलवे प्रोजेक्ट वित्तीय संसाधनों के अभाव के कारण ठप हो गए हैं, ऐसी रेल मंत्री की स्वीकृती ही रेलवे बजट को नॉन परफॉर्मेंस बजट साबित करती है।