'गोवा में सही तरीके से दी जाती कसाब व अफजल को फांसी'
गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने हैदराबाद में गुरुवार को हुए दो विस्फोट पर आंतकवाद से लड़ने में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की नाकामी पर टिप्पणी करते हुए कहा, "केंद्र सरकार को सार्वजनिक रूप से कहना चाहिए था कि ये वो आतंकवादी हैं जिन्होंने देश पर हमला किया था और बिना किसी की परवाह किए उन्हें फांसी दी जानी चाहिए थी या उन्हें गोवा सरकार को सौंप दिया जाता तो हम उन्हें अच्छी तरह फांसी देते।"
उन्होंने कहा, "हैदराबाद में हुए विस्फोटों पर गौर कीजिए, इससे सिर्फ यह प्रदर्शित होता है कि केंद्र सरकार के पास आतंकवाद को खत्म करने की न तो इच्छाशक्ति है न ही क्षमता।"
पर्यटन मंत्री ने कहा, "हम कसाब और अफजल की फांसी के बाद उनकी मौत पर चर्चा क्यों करते थे? इसलिए कि इन्होंने देश को नीचा दिखाया।"पेरुलकर ने यह भी कहा कि कसाब और अफजल गुरु को गोपनीय ढंग से फांसी दिए जाने से हमलों में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ विश्वासघात हुआ है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब 26/11 के मुंबई हमले का दोषी था जिसे पुणे के निकट यरवदा जेल में पिछले वर्ष 21 नवंबर को फांसी दी गई थी।
13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को इस वर्ष नौ फरवरी को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई और वहीं दफना दिया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।