गिरफ्तारी से बचने के लिए नाशीर ने ली भारतीय उच्चायोग में शरण
वारेंट जारी होने के बाद अपनी सुरक्षा और हिन्द महासागर क्षेत्र के दोशों में स्थिरता को देखते हुए उन्होंने भारतीय उच्चायोग से शरण मांगी थी। भारतीय उच्चायोग ने उनके इस प्रस्ताव को मानते हुए उन्हें वहां रुकने की इजाजत दे दी है। खबरों के मुताबिक नशीद उच्चायोग में सलाह-मशविरा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि नशीद तब तक भारतीय उच्चायोग में रहेंगे, जब तक ऊपरी अदालत में अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की उनकी याचिका पर सुनवाई नहीं हो जाती है। नियमों के मुताबिक मालदीव की पुलिस उन्हें भारतीय उच्चायोग में गिरफ्तार नहीं कर सकती, क्योंकि वह भारतीय भूभाग है।
गौरतलब है कि 10 फरवरी को नशीद को कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वो कोर्ट में हाजिर नहीं हुए । कोर्ट ने इसे अवमानना मानते हुए उनके खिलाफ यह नए समन जारी किए गए। जिसके बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए नाशीर ने भारतीय उच्चायोग में शरण ले ली है। दरअसल इससे पहले मालदीप के पूर्व राष्ट्रपति नशीद कोर्ट से इजाजत लेकर भारत यात्रा पर गए थे। जहां से उन्हें 9 फरवरी को देश लौटना था, लेकिन कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए वह 11 फरवरी को माले वापस आए। जिसके बाद ये मामला शुरु हुआ है।