भगदड़ के बाद रेलमंत्री बोले हर 10 मिनट में कहां से चलाऊं ट्रेन
इलाहाबाद। इलाहाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-6 पर कल हुई भगदड़ा के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। हादसे की जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है। सब एक-दूसरे पर आरोप लगाने में जुटे हुए है। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां रेलवे पर आरोप लगा रहे है कि उन्होंने भारी भीड़ को देखते हुए उपयुक्त ट्रेनें मुहैया नहीं कराई तो वहीं रेलमंत्री पवन बंसल इसे यूपी सरकार की बदइंतजामी बता रहे है।
हर कोई एक-दूसरे पर आरोप लगाकर अपना पल्ला झाड़ने की जुगत कर रहा है। रेलमंत्री ने अपने बयान में साफ किया कि महाकुंभ में उमड़ी भीड़ को संभालने के लिए अगर हर 10 मिनट में भी ट्रेन चलाई जाए तो भी इसे संभालना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए यह मुमकिन नहीं कि वो हर 10 मिनट में ट्रेन नहीं चला सके। रेलमंत्री में मीडिया के उन तथ्यों को नकारते हुए कहा कि फुटओवर ब्रिज के गिरने से हादसा नहीं हुआ है।
रेलमंत्री पवन बसंल ने कहा है कि वो खुद हादसे का जायजा लेने इलाहाबाद जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिया है कि भारी भीड़ को संभालने के लिए रेलवे अपनी ओर से हर मुमकिन कोशिश करेंगा। उन्होंने बताया कि रेलवे ने कुंभ के लिए 112 रुटिन ट्रेनें और 69 स्पेशन ट्रेनें भेजी है। इसके अलावा भीड़ को संभालने के लिए एएम ट्रैफिक को रवाना किया गया है। वही हादसे में मरने वालों श्रद्धालुओं के परिजनों को रेलवे ने 1 लाख रुपए देने की घोषणा की है। साथ ही ये भी कहा है कि पीडि़त परिवार को कोई भी रिश्तेदार अगर इलाहाबाद जाना चाहते हैं तो उनके लिए दो-दो एसी-2 के रेल पास का इंतजाम किया गया जाएगा।
कुंभनगरी में हुए इस हादसे के बाद बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त ऐहतियात बरती जाती तो इस हादसे को टाला जा सकता था। घटना की जांच की मांग करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा है कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। रेलवे और राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों के बीच तालमेल की कमीके कारण ये हादसा हुआ। श्रद्धालुओं की संख्या देखने के बावजूद रेलवे ने एतिहात नहीं बरती और ये दर्दनाक हादसा हो गया।