अफजल गुरु को फांसी के 2 दिन बाद परिवार को मिला स्पीडपोस्ट
ये हमारे तंत्र की खामियां ही है कि घरवालों को अफजल गुरु की मौत सरकार की बजाय टीवी चौनलों और अखबारों से मिली। तिहाड़ जेल से भेजा गया स्पीड पोस्ट अफजल की मौत के दो दिन बाद पहुंचा है। किन इलाके में तनाव के कारण इसे अभी भी उसके परिजनों तक नहीं पहुंचा जा सका है। अफजल के सापोर स्थित घर में उसके चचेरे भाई फारूक अहमद के मुताबिक उन्हें सूचना मिली है कि तिहाड़ से भोजी गई स्पीड पोस्ट सोपोर के डाकखाने तक पहुंच गई है। अफजल के परिजनों ने इस सूचना के बाद केन्द्र सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब इस सूचना के मिलने से क्या फायदा। उन्होंने सरकार के साथ-साथ डाक तंत्र पर सावल खड़े करते हुए कहा कि अगर अब ये सूचना उन्हें मिल भी जाती है तो वो इसका क्या करे और उनसे क्या पूछे कि आखिर वह तीन दिनों तक इस पत्र के साथ क्या कर रहे थे।
भारत के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने ये दावा करते हुए बताया था कि अफजल गुरु के परिजनों को फांसी से तीन दिन पहले ही स्पीड पोस्ट भेजकर उन्हें इस बात की सूचना दे दी गई थी। लेकिन अफजल का परिवार इस बात से हमेशा से इंकार करता रहा है। वही डाक विभाग अब ये योजना बना रहा है कि तिहाड़ जेल से आए इस पत्र को कुरियर के द्वारा अफजल के परिवार तक पहुंचाया जा सके ताकि विभाग की ओर किरकिरी होने से बच जाए।