मौनी अमावस्या पर शाही स्नान, लाखों लगायेंगे डुबकियां
संगम (इलाहाबाद)। तीर्थराज प्रयाग में चल रहे महाकुंभ मेले में तीसरे और सबसे बड़े शाही स्नान -मौनी अमावस्या के लिए संगम तट पर श्रद्घालुओं का रेला पहुंचना शुरू हो गया है। देश के लगभग सभी धर्माचार्य, सभी पीठों के शंकराचार्य मेले में पहुंच चुके हैं।
शुक्रवार को मेले के 26वें दिन करीब सात लाख से ज्यादा श्रद्घालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है।संगम के सभी 19 घाटों पर शुक्रवार तड़के से ही श्रद्घालुओं के स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। घाटों पर हर-हर गंगे के नारे गुंजायमान हो रहे हैं। देर शाम तक स्नान का दौर जारी रहेगा। पूरे मेले का माहौल भक्तिमय हो गया है। स्नान के बाद श्रद्घालु पूजा-अर्चना से निवृत्त होकर मठों के भंडारे में शिरकत करके देशी भोजन का लुत्फ उठा रहे हैं। विभिन्न संस्थाओं की तरफ से जागरूकता और गंगा सफाई अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें श्रद्घालु पूरे जोश के साथ शिरकत करते नजर आ रहे हैं।
रविवार को मौनी अमावस्या के शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन की ओर से लगभग सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। शनिवार से मेले के अंदर चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित हो जाएगा और रविवार को शाही स्नान के दिन किसी भी वाहन को मेला क्षेत्र के अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। मेले के सबसे बड़े शाही स्नान के दिन करीब ढाई करोड़ से अधिक श्रद्घालुओं के स्नान करने की संभावना है।
सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मेले के सभी प्रवेश द्वारों पर राज्य पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई है। सुरक्षाकर्मियों को सहयोग देने के लिए करीब पांच हजार से अधिक होमगार्ड भी तैनात किए गए हैं। सीसीटीवी से मेले के हर कोने पर नजर रखी जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।