नंदी की गिरफ्तारी पर रोक, लेकिन कोर्ट ने लगाई फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में आशीष नंदी को राहत तो दी ही साथ ही केन्द्र सरकार समेत राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र और छतीसगढ़ राज्य सरकारों को नोटिस जारी कर जबाव मांगा है। सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में नंदी ने गिरफ्तारी पर तुंरत रोक और चार राज्यों में अपने खिलाफ दर्ज मामलें को खत्म करने की मांग की थी। आशीष नंदी के वकील अमन लेखी ने कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि किसी के दिए बयान पर लोगों की सहमति या असहमति हो सकती है लेकिन बयान के आधार पर उसे कोर्ट में घसीटा नहीं जा सकता ।
सुप्रीम कोर्ट ने भले ही लेखक आशीष नंदी की गिरफ्तारी पर रोक लगाकर उन्हें राहत दे दी हो लेकिन अल्पसंख्यकों के खिलाफ उनके बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है। कोर्ट ने आशीष नंदी को फटकार ल गाते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब ये नहीं कि आप कुछ भी बोलते रहे। आपकी मंशा चाहे कुछ ङी हो लेकिन बयानबाजी करने से पह ले आपको सोच-समझ लेना चाहिए की आपकी बात से किसी भी भावनाओं को ठेस ना पहुंचे। गौरतलब है कि आशीष नंदी ने अपने बयान में कहा था कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।