अब दुल्हन शादी करके दुल्हे को ले जायेगी अपने घर
सिरसा। पूरे विश्व में रीति चली आ रही है कि दुल्हा शादी के बाद दुल्हन को अपने घर ले जाता है। लेकिन अब यह प्रथा बदलने वाली है। इसकी शुरुआत कहीं और नहीं बल्कि खाप पंचायतों के संरक्षण में रहने वाले हरियाणा से होगी। यहां पर एक शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 25 जनवरी यानी कल कई जोड़े शादी के बंधन में बंधेंगे, फर्क बस इतना होगा कि यहां दूल्हे की जगह दुल्हनें अपने नये नवेले दूल्हों को घर ले जायेंगी।
इस बदलाव की शुरूआत की है लीक से हटकर हमेशा काम करने वाले सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा ने। 25 जनवरी को डेरा के संत शाह सतनाम सिंह के अवतार दिवस पर साध संगत को यह संकल्प करवाया गया। डेरा प्रमुख ने बताया कि डेरा द्वारा 73 मानवता भलाई कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 73वें मानवता भलाई कार्य के रूप में दुल्हन शादी करके दुल्हे को अपने घर ले जाएगी।
डेरा सच्चा सौदा की इस नई रीत को कुल का क्राउन नाम दिया गया है। इससे कन्या भू्रण हत्या पर रोक लगेगी। ड़कियां भी लड़कों की भांति अपने माता पिता का नाम रोशन कर सकती है। उन्होंने कहा कि बहू से होने वाली संतान को हम अपनी कहते है जबकि उसे पराया कहा जाता है इस प्रकार दामाद की औलाद को अपना कहा जाता है परंतु उसे पराया कहा जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे रूढिवादी विचारों को छोडऩा चाहिए तथा बेटे बेटो को बराबर का हक दिया जाना चाहिए।
डेरा सच्चा सौदा में विशाल जन कल्याण परमार्थी शिविर का आयोजन किया गया। इस विशाल चिकित्सा शिविर में अमेरिका से आए विशेषज्ञ डाक्टरों ने अत्याधुनिक मशीनों से हृदयरोगियों की जांच की साथ ही विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा विभिन्न रोगों की जांच की गई। चिकित्सा शिविर का शुभारंभ संत गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां ने ्ररिबन जोड़कर किया। जनकल्याण परमार्थी चिकित्सा जांच शिविर में समाचार लिखे जाने तक 3845 मरीजों की जांच की गई।
डेरा सच्चा सौदा द्वारा अब तक 14 सफाई महाअभियान चलाए जा चुके है तथा भविष्य में यमूना जी के सफाई महाअभियान सहित विभिन्न नगरों में सफाई महाअभियान करने प्रस्तावित है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलवाने के लिए भी डेरा सच्चा सौदा द्वारा जंगलात तलाशा जा रहा है साथ ही गांवों में गोचर भूमि उपलब्ध करवाई जाए तो वहां आवारा पशुओं को रखा जा सकता है। उन्होंने ने यह भी बताया कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए डेरा सच्चा सौदा द्वारा स्वेच्छा से फार्म भरवाए जा रहें हैं इस कड़ी में आगे टीमें बनाकर बड़े बड़े शहरों में भेजी जाएंगी। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 90 हजार- 1 लाख के करीब लोग रिश्वत न देने का प्रण ले चुके है जबकि करीब 2000 अधिकारियों ने कभी रिश्वत न लेने का प्रण लिया हैं।