दर्द का डोज- 3 रुपये तक बढ़ेंगे डीजल के दाम
उल्लेखनीय है कि केलकर कमेटी ने अपनी सिफारिश में कहा था कि चालू वित्तीय वर्ष में ही डीजल सब्सिडी आधी कर दी जाये और अब सरकार इसी दिशा में बढ़ रही है। मालूम हो कि मौजूदा समय में डीजल पर 9 रुपये प्रति लीटर सब्सिडी दी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकार केलकर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने पर तुली हुई है। सरकार की इस कवायद से साफ है कि आने वाले दिनों में डीजल के दाम लगातार बढ़ना तय है।
गौरतलब है कि पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा था कि सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री पर चालू वित्त वर्ष के दौरान 1,60,000 लाख करोड़ रुपये का भारी भरकम नुकसान रहने का अनुमान है। पेट्रोलियम मंत्रालय विजय केलकर समिति की सिफारिशों के अनुसार डीजल, घरेलू रसोई गैस और मिट्टी तेल के दाम में बदलाव चाहता है। केलकर समिति का गठन वित्त मंत्रालय ने राजकोषीय मजबूती लाने के बारे में सुझाव देने के लिए किया था। समिति ने पेट्रोलियम पदार्थों की सब्सिडी में भारी कटौती की सिफारिश की है। गौरतलब है कि जब से सस्ते रियायती सिलेंडरों का कोटा साल में छह तय किया गया था तभी से इसे बढ़ाने की मांग की जा रही थी। देशभर में विरोध के बाद सरकार इस कोटा को बढ़ाने के लिए मजबूर हुई।