विशाल ने बेकार मटरू बनायी है..
फिल्ममेकर विशाल भारद्वाज की गिनती बॉलीवुड के उन निर्माता-निर्देशकों में होती है जो कि लीक से हटकर सतही फिल्में बनाते हैं। ओमकारा और इश्कियां इस बात के बेहतरीन उदाहरण हैं लेकिन ना जाने क्यों सात खून माफ और 'मटरू की बिजली का मनडोला' के समय उनका पुराना जादू नहीं दिखा जिसके कारण दोनों ही फिल्मों ने दर्शकों को निराश किया है।
इसका खामियाजा खुद विशाल को ही उठाना पड़ा क्योंकि जहां सात खून माफ ने बॉक्सऑफिस पर पानी नहीं मांगा वहीं दूसरी ओर मटरू का बिजनेस भी डाउन है। अरे यह कहना हमारा नहीं है बल्कि विशाल की फिल्मों के बेहद शौकिन बैंगलोर के अमित खन्ना का है जो कि फिल्म मटरू का फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखकर आये हैं।
अमित ने कहा कि फिल्म में स्टोरी के नाम पर कुछ भी नहीं है सिवाय गालियां भर देने से फिल्म क्षेत्रीय नहीं हो जाती है। पता नहीं विशाल ने ऐसी फिल्म क्यों बनायी। मालूम हो कि इमरान-अनुष्का अभिनित फिल्म 'मटरू की बिजली का मनडोला' ने पहले वीकेंड में घरेलू सिनेमाघरों में करीब 22.43 करोड़ की कमाई की है।