हमारा ध्यान एशिया, लैटिन अमेरिका में व्यापार बढ़ाने पर है: टाटा ग्रुप
नई दिल्ली। टाटा ग्रुप के उत्तराधिकारी साइरस मिस्त्री ने कहा है कि हम अगले दो वर्षों में व्यापार में विस्तार करने के लिए 45000 करोड़ रूपये खर्च करेंगे। उन्होने कहा कि हमारा ध्यान व्यापार को एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिकी देशों में फैलाने पर हैं। वहां पर व्यापार के बेहतर अवसर हैं इसलिए हम वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं।
रतन टाटा के रिटायरमेंट लेने के बाद टाटा ग्रुप के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने कहा है कि हम भारत और भारत के बाहर अपना व्यापार बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होने कहा कि टाटा ग्रुप को अपने शेयर धारकों को एक साथ लेकर चलना होगा जिससे कि लोगों का भरोसा हम पर कायम रहे। उन्होने अपने कर्मचारियों को लिखे पत्र में अपनी आगामी योजनाओं का खुलासा किया। उन्होने विदेशी बाजारों में अपनी स्थिति को और भी मजबूत करने की योजना बनाई है।
भारत में व्यापार की संभावनाओं के बारे में साइरस ने कहा है कि भारत निवेश के लिए एक बेहतर स्थान है और सरकार ने निवेश को उत्साहित करने के लिए जो कदम उठाये हैं वह प्रशंसनीय है। उन्होने यह भी कहा कि कंपनी की लीडरशिप में परिवर्तन होने के बावजूद टाटा ग्रुप की मूल भावना में कोई बदलाव नहीं होगा क्योंकि यही भावना ही हमें दूसरों से अलग करती है और बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है।
साइरस मिस्त्री ने अभी हाल ही में टाटा ग्रुप के चेयर मैन का पद संभाला है। वह रतन टाटा के उत्तराधिकारी हैं। टाटा ग्रुप का व्यापार देश विदेश में फैला हुआ है। टाटा आम आदमी के इस्तेमाल में आने वाले उत्पाद बनाती है। यह भारत का एक प्रतिष्ठित और सम्मानित बिजनेस ग्रुप है।