'वॉलमार्ट' के लॉबिंग की जांच को तैयार यूपीए
हालांकि 'वॉलमार्ट' के जिस बयान पर संसद में हंगामा मचा है उसी बात से 'वॉलमार्ट' ने इंकार कर दिया है। उसके प्रवक्ता ने बताया कि उसने खुदरा व्यपार के तहत बिजनेस करने के लिए साल 2008 से अभी तक 125 करोड़ रूपये खर्च किये जरूर हैं लेकिन भारत में नहीं। हमने नियमों के तहत अमेरिकी संसद में ब्यौरा दिया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यह खर्च भारत में हुआ है। ये खर्च कर्मचारियों, दूसरी देनदारियां, परामर्श तथा अमेरिका में दिये गये योगदान से जुड़े हुए है। इससे भारत का कोई सरोकार नहीं है।
गौरतलब है कि सोमावार को खबर आयी थी कि 'भारती वॉलमार्ट' ने ही अमेरिका की संसद में कहा है कि अब तक भारत में बिजनेस करने के लिए लॉबिंग पर ही 125 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अमेरिकी सीनेट की इस सनसनीखेज बयान पर भाजपा उबल पड़ी है उसने इस मामले में जांच की मांग की है और कहा है कि हम जानना चाहते हैं कि इस लॉबिंग में कौन शामिल है? क्या इसमें कांग्रेसी नेता भी है। उसने साफ तौर पर शक जाहिर किया कि इस मामले में कांग्रेस के बड़े नेता हो सकते हैं क्योंकि वो ही जोर-शोर से एफडीआई के पीछे पड़े थे।