चचेरा भाई ने दागी थी छात्राओं पर गोली
इस संबंध में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता ने बताया कि मुख्य आरोपी पीडल निवासी भल्ला उर्फ जगदेव जिसने इन छात्राओं पर जानलेवा हमला किया था वो अभी फरार है और पुलिस की पांच टीमें उसे तलाशने में जुटी हुई है। उल्लेखनीय है कि इस वारदात में कुमारी शिखा की मृत्यृ हो गई थी जबकि गोली से घायल कुमारी अमनदीप हस्पताल में उपचाराधीन है।
प्रवक्ता ने आगे घटनाक्रम का वर्णन करते हुये बताया कि सह-आरोपी संदीप ने पूछताछ के दोरान पुलिस को बताया कि भल्ला उर्फ जगदेव उसका दोस्त है जिसने पहले भी कैथल में किसी पर गोली चलाई थी, और जेल चला गया था। पूछताछ में संदीप ने बताया कि दो दिन पहले ही जगदेव उसके पास आया था और वह चीका में ही रूके थे। वारदात से पहली रात भी वह चीका में ही रूके थे व मोटर साईकल पर सुबह नम्बर प्लेटों पर मिटी लगाकर भल्ला उर्फ जगदेव उसका मोटर साईकल लेकर गांव गया था जहां भल्ला उर्फ जगदेव ने अपनी चचेरी बहन शिखा को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया व अमनदीप को घायल कर दिया।
जगदेव पूर्व योजना अनुसार मोटर साईकल लेकर बस अडडा कंगथली में पहुच गया जहां संदीप उर्फ दिपी बस द्वारा चीका से पहले ही कांगथली बस अडडा पर पहुच गया था। भल्ला को उसने बस में चढा दिया और अपना मोटर साईकल किसी के हाथ जोधपुर राजस्थान में भेज दिया। उसके ब्यानों से पता चलता है कि संदीप को सारी कहानी का पहले से ही पता था क्योंकि संदीप और भल्ला दो दिन से साथ रह रहे थे।
भल्ला उर्फ जगदेव एक आदतन अपराधी है जिसके खिलाफ पहले भी कैथल में वर्ष 2010 में एक डाक्टर पर गोली चलाने और डकैती की योजना बनाने के आरोप में पुलिस ने गिरफतार किया था। इसके अतिरिक्त चीका में मोटर साईकल चोरी करने तथा थाना नारनौद जिला हिसार में महाबीर पर अपने साथियों सहित जानलेवा हमला करने के भी मुकदमें दर्ज है। आरोपी संदीप को आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया है ताकि घटना में शामिल मोटर साईकल को बरामद कियें जाने के साथ साथ मुख्य आरोपी जगदेव को भी गिरफतार किया जा सके।