चंबल की एक और दस्यु सुंदरी राजनीति में आने को बेताब
औरैया जनपद की रहने वाली 24 वर्षीय रेणु यादव ने बताया कि 29 नवंबर 2003 को स्कूल जाते समय उसका अपहरण कर लिया गया। रेणु बताया कि चंदन यादव गिरोह ने अपहरण किया था। तब वह किशोर थी। रेणु ने बताया कि उसके पिता ने उस समय इसकी शिकायत पुलिस से की थी मगर पुलिस वालों ने कोई कार्रवाई नहीं की। चूंकि रेणु के पिता डकैतों द्वारा मांगी गई फिरौती की रकम नहीं पहुंचा सके, इसलिए उसे मुक्त नहीं किया गया।
बकौल रेणु, 2005 में डकैत चंदन यादव की हत्या उसके दाहिने हाथ रामवीर गुर्जर ने कर दी। इसके बाद उसने मौका पाकर एक दिन रामवीर गुर्जर को गोली मारी और फरार हो गई। बाद में इटावा पुलिस के आगे उसने आत्मसमर्पण कर दिया, लेकिन पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी इटावा के सिविल लाइंस इलाके से दिखाई और उसके साथ एक एसएलआर राइफल की बरामदगी भी दिखाई। सात साल की कैद के बाद रेणु यादव इसी साल मई में लखनऊ के नारी निकेतन से छूटी। अब वह राजनीति में आकर लोगों की सेवा करना चाहती है। रेणु के चाचा शिव सिंह यादव सपा के सदस्य हैं और कानपुर देहात से जिला पंचायत सदस्य भी हैं।
रेणु ने राजनीति में आने के अपने इरादे साफ करते हुए बताया कि वो राजनीति में आने के बाद अपने जैसे तमाम लड़कियों, महिलाओं की सेवा करना चाहती हैं। सूत्रों के अनुसार, रेणु यादव को सपा में जल्द शामिल करने की तैयारी हो रही है। कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव अगले माह औरैया में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन में रेणु को पार्टी में शामिल करने की घोषणा कर सकते हैं। सपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में रेणु यादव को इटावा के आसपास की किसी लोकसभा सीट से उम्मीदवार के तौर पर उतारने पर भी विचार कर रही है, क्योंकि सहानुभूति के आधार पर उसके चुनाव जीतने की प्रबल सम्भावना है।
मालूम हो कि इससे पहले सपा ने बीहड़ की चर्चित डकैत रही फूलन देवी को पार्टी में शामिल किया था। इसके बाद फूलन मिर्जापुर से सपा के टिकट पर लोकसभा पहुंची थीं। 2009 के संसदीय चुनाव के दौरान सपा ने एक और दस्यु सुंदरी सीमा परिहार को पार्टी में शामिल किया था। उल्लेखनीय है कि कुख्यात डकैत ददुआ के बेटे वीर सिंह भी इस समय सपा के टिकट से चित्रकूट के विधायक हैं, जबकि उसके भाई बाल कुमार पटेल मिर्जापुर से सांसद हैं। पटेल के बेटे राम सिंह भी प्रतापगढ़ की पट्टी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।