रात के अंधेरे में ये क्या खेल खेलती है अखिलेश सरकार
इस दौरान सीएमओ डा. एसपी ने जिलाधिकारी व एसएसपी को मामले की जानकारी दी जिसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच कार्यालय से बाहर निकाला गया। मंत्री की दबंगई से घबराए सीएमओ ने अवकाश लेकर राजधानी भागने में ही अपनी भलाई समझी।
उत्तर प्रदेश के राजस्व अभाव एवं सहायता पुनर्वास मंत्री विजय कुमार सिंह ने संविदा पर तैनात होने वाले डाक्टरों की सूची में अपने चिकित्सकों के नाम डलवाने के लिए जो किया उससे समाजवादी पार्टी की छवि एक बार फिर खराब हुई। मंत्री ने रात के बारह बजे के करीब सीएमओ डा. एसपी सिंह के घर अपने गुर्गों के साथ धावा बोल दिया।
मंत्री श्री सिंह ने सीएमओ को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाया और गाली-गलौज करते हुए उन्हें सीएमओ कार्यालय ले आए। इसके बाद उन्होंने संविदा चिकित्सकों की तैनाती की फाइलों को खंगला और उसने बदलाव करने को कहा लेकिन जब बात क्लर्कों के न होने की आयी तो उन्होंने सीएमओ को वहीं बंद कर क्लर्कों को लेने चले गए।
आधी रात में ही मंत्री जी दो क्लर्कों को कार्यालय ले आए लेकिन कम्प्यूटर में तकनीकी खराबी के चलते काम नहीं हो सका। इसके बाद उन्होंने सीएमओ को धमकी देते हुए कहा कि आप यहीं पर रूकें मैं नियुक्ति की सूची लेकर आता हूं। मंत्री के कार्यालय से जाते ही सीएमओ ने घटना की जानकारी डीएम व एसएसपी को दी और अपनी जान बचाने की गुहार लगायी।
एसएसपी के आदेश पर एक पुलिस टीम सीएमओ कार्यालय पहुंची और उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच उनके आवास ले जाया गया। सवेरा होते ही उन्होंने अवकाश का आवेदन देर राजधानी भागना ही मुनासिब समझा। उधर मंत्री विजय कुमार ने कहा कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं। उनका कहना है कि यह विरोधियों की साजिश है मैंने किसी के नियुक्ति के लिए सिफारिश नहीं की।