अच्छा हुआ भ्रष्टाचारी अजीत की छुट्टी हो गयी: विश्वास
डा.विश्वास ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है, एक काव्य-समारोह का संचालन करने के लिए, दुबई में हूँ ! समाचार मिला है कि महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री श्री अजित पंवार ने अंततः ग्यारह साल तक सिंचाई विभाग में पचहत्तर हज़ार करोड़ की "राष्ट्रिय-सेवा" करने के बाद इस्तीफा दे दिया है ! बधाई इंडिया अगेंस्ट करप्सन की कार्यकर्ता अंजलि दमानिया, प्रीति मेनन, मयंक गाँधी और सभी साथियों को जो लगातार कई साल तक, इस मुद्दे के लिए सड़क और अदालत में लड़ते रहे ! काम विपक्ष का था लेकिन नेपथ्य के लोगों को लड़ना पड़ा ! धरती माता के वक्ष में दरार डालने वाले इन "राजनैतिक कपूतों" का इलाज़ तो इस बार जनता कर ही देगी ! जय हिंद !
गौरतलब है कि साल 2009 में अजित पवार सिंचाई मंत्री के पद पर थे। इस दौरान उन्होंने सिंचाई से जुड़े 32 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी, जिनमें ज्यादातर प्रोजेक्ट 20 हज़ार से 25 हज़ार करोड़ के थे।
लेकिन साल, 2012 में सिंचाई विभाग के एक्जिक्यूटिव इंजीनियर विजय पंधारे ने राज्य के सचिव को चिट्ठी लिखकर 35 हज़ार करोड़ के घोटाले की बात कही है जिस पर विपक्ष ने हंगामा किया और बात अजीत के इस्तीफे पर आकर खत्म हुई। पवार के पावर से बच पायेगी यूपीए
अजीत पवार ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया जिसे सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने स्वीकार भी कर लिया।