5 रुपये तक महंगी हो सकती है सरकारी राशन की चीनी
मालूम हो कि मौजूदा समय में सरकारी राशन की दुकानों पर चीनी की कीमत 13.50 रुपये प्रति किलो है। यह कीमत 1 मार्च 2002 को निर्धारित की गई थी। इस दुकानों पर गरीबी रेखा के नीचे वालों को ही चीनी मिलती है। प्रस्ताव के मुताबिक सरकार चाहती है कि अब चीनी की कीमत 19 रुपये प्रतिकिलो कर दिया जाये। दरअसल सरकार हर साल देश की चीनी मिलों के कुल उत्पादन का 10 फीसदी हिस्सा सस्ती दरों पर खरीदती है जिसे लेवी शुगर कहा जाता है। इसी चीनी को सरकारी राशन की दुकानों के जरिए बीपीएल परिवारों को बेचा जाता है। हर साल ऐसी करीब 25 से 26 लाख टन चीनी खरीदी जाती है।
इस संबंध में अब सरकार का कहना है कि वह 19.35 रुपये प्रति किलो के हिसाब से लेवी शुगर खरीदती है जिसे ग्राहकों तक पहुंचाने में 25.37 रुपये का खर्च आता है। वहीं जानकारों की मानें तो इसके पीछे की कहानी कुछ दूसरी है। दरअसल चीनी मिलें सरकार से यह मांग करती आईं हैं कि लेवी सुगर के दामों में इजाफा किया जाये। ऐसे में जाहिर है कि सरकार के पीछे चीनी मिलों का दबाव भी काम कर रहा है।