मोदी के गुजरात में मंगलवार से गुटखे पर प्रतिबंध
गुटखे पर प्रतिबंध लगाते हुए मोदी ने कहा, "मैं प्रदेश के युवाओं को बचाना चाहता हूं। और मुझे बचाना ही होगा। यह कैंसर है और इस कैंसर को जड़ से उखाड़ फेंकना है। इसी लिये मैं गुटखे पर प्रतिबंध लगा रहा हूं।"
राज्य सरकार ने 3 सितंबर को गुटखा बनाने वाली फैक्ट्रियों, थोक ब्रिक्रेता कंपनियों और फुटकर दुकानदारों के लिये एक सुर्कलर जारी करते हुए कहा कि 11 सितंबर से यदि कोई व्यक्ति गुटखा बेचते या उसका उत्पादन करते हुए पाया गया तो फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऐक्ट 2006 के तहत उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। इसके अंतर्गत नियम तोड़ने वाले पर कम से कम छह महीने की जेल और 5 लाख रुपए तक का आर्थिक दंड लगाया जा सकता है।
हालांकि यह नियम 100 फीसदी एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियों की यूनिट पर नहीं लगेगा। वहीं पान मसाले पर प्रतिबंध नहीं है।
ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे आफ इंडिया 2009 में पाया गया था कि 35 फीसदी वयस्क तंबाकू का सेवन करते हैं, जिनमें से 21 फीसदी धूम्र रहित उत्पादों का सेवन करते है, जैसे की गुटखा। यानी गुटखख देश के लिये एक घातक चीज है।
अभी तक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, राजस्थसान, हरियाणा, आदि राज्यों में प्रतिबंध लग चुका है। अब देखना यह है कि मोदी के नक्शेकदम पर चल रहे उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव क्या अब गुटखे पर प्रतिबंध लगायेंगे।