कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को नमन
जान
तो
कर
दी
हमने
वतन
के
नाम
पर
शान
तो
कर
दी
हमने
वतन
के
नाम
पर
कुर्बानियों
से
पाई
है
हमने
आज़ादी
हमारा
वतन
तो
लाखो
में
एक
है
आन
भी
कर
दी
हमने
वतन
के
नाम
पर
26 जुलाई यानी आज के दिन की आपको ढेर सारी मुबारकबाद। आज न तो स्वतंत्रता दिवस है न ही गणतंत्र दिवस है। आज दो अक्टूबर भी नहीं है। लेकिन फिर भी आज का दिन हम हिन्दुस्तानियों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। आज कारगिल विजय दिवस है।
कारगिल विजय दिवस उन शहीदों को श्रद्धांजलि है जो देश की आन की प्रतीक कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गए। कारगिल की भूमी और उन शहीदों को वन इंडिया परिवार की तरफ से सलाम। मित्रों आज का दिन उन शहीदों के नाम है जो जय हिंद का जयघोष करते हुए चिर निंद्रा की गोद में सो गए थे।
आपको बताते चलें की 26 जुलाई 1999 को ही भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए कारगिल की चोटियों को दुश्मनोंसे मुक्त कराया था। अपनी मां कही जाने वाली धरती को आजाद कराने के इस जुझारू ऑपरेशन में इंडियन आर्मी के लगभग 600 जवान शहीद हो गए थे ।
भारत
माता
की
रक्षा
करते
हुए
शहीद
होने
वाले
देश
के
लाल
बीएसएफ
के
डिप्टी
कमान्डेंट
सुखबीर
सिंह
यादव,
कैप्टन
अनुज
नायर,
कैप्टन
अमोल
कालिया,
कॅप्टन
आदित्य
मिश्र,
कैप्टन
हनीफुद्दीन,
कैप्टन
जेरी
प्रेमराज,
कैप्टन
जिंतु
गोगोई,
हवालदार
अब्दुल
करीम,
हवालदार
दलेर
सिंह
बाहु,
हवालदार
जय
प्रकाश
सिंह,
हवालदार
खज़ान
सिंह,
फ्लाइट
लेफ्टिनेंट
एस
मुहिलन,
राइफलमैन
संजय
कुमार,
मेजर
एस
विजय,
मेजर
विकास
वोहरा,
कैप्टन
संजीव
सिंह,
सुबेदार
राघुनाथ
सिंह,
नायक
देव
प्रसाद,
राइफलमैन
श्याम
सिंह
यूं तो देश के लिए जान देने वालों की लिस्ट बहुत लम्बी है। ये वो चंद नाम है जिन्होंने दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की कुर्बानी दी। एक बार फिर से उन शहीदों और उनके जज्बे को वन इंडिया का सलाम। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई और शहीदों को नमन।