राष्ट्रपति चुनाव में गठबंधन सहयोगियों के साथ न होने पर विवाद
दास राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, जदयू और आजसू के कांग्रेस के उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी का साथ देने पर टिप्पणी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब यह सभी दल झारखंड में मिलकर सरकार चला रहे हैं तो राष्ट्रपति चुनाव में और राज्यसभा चुनावों में उनमें कैसे बिखराव हो सकता है। दास की इस टिप्पणी पर जहां मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया वहीं झामुमो नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, सरकार के अंदर की बात सरकार में ही होनी चाहिये इसे मीडिया के सामने नहीं उछालना चाहिये।
आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने दो टूक कहा कि यह सब गठबंधन के भीतर की बात है और इस मुद्दे पर वह मीडिया से कुछ नहीं कहेंगे। अलबत्ता गठबंधन में कोई दरार न पड़े, इसके लिये इस मुद्दे पर वह गठबंधन के भीतर चर्चा करेंगे। सुदेश और हेमंत ने कहा कि राज्य सरकार स्थिर है और इन चुनावों में सभी दलों के अपने रूख के चलते उसकी स्थिरता पर कोई आंच आने का सवाल ही नहीं उठता है।
झारखंड विधानसभा में कुल 81 निर्वाचित विधायकों में से भाकपा माले (लिबरेशन) के विनोद सिंह को छोड़कर सभी ने मतदान किया। साथ में, जेल में बंद लोकसभा सांसद मधु कोड़ा ने भी मतदान किया। कोड़ा ने विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके इतने दिनों तक बिना अपराध साबित हुये जेल में रहने के पीछे साजिश है क्योंकि उनके विरोधी उनकी लोकप्रियता से भयभीत हैं।