भाईयों ने ही बनाया बहन को विधवा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक रणवीर ने आरोपियों (गौरव (22) और राहुल (18)) की बहन ज्योति (19) से इसी साल मंदिर में प्रेम विवाह किया था। मंगोलपुरी पी-3 ब्लॉक में पड़ोस में रहने वाले रणवीर व ज्योति का प्रेम चार वर्ष से चल रहा था। उस समय रणवीर बारहवीं कक्षा में था, जबकि ज्योति भी मंगोलपुरी स्थित उसी स्कूल में नौवीं की छात्रा थी। रणवीर इस समय जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (जेबीटी) का छात्र था। ज्योति जाति से ब्राह्मण थी, जबकि रणवीर ठाकुर था।
रणवीर के परिजनों को उनके रिश्ते पर कोई भी आपत्ति नहीं थी। पुलिस के अनुसार गौरव व राहुल ने पूछताछ में बताया कि बहन के अलग जाति में शादी करने से इलाके के लोग उन्हें ताने देते थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रणवीर के माता-पिता दिल्ली से बाहर गए थे। घर पर उसकी दो बहनें व एक छोटा भाई था। परिजनों के अनुसार बुधवार देर रात ज्योति रणवीर से मिलने आई और सुबह 4 बजे अपने घर गई थी। यह बात ज्योति के घरवालों को पता लगी तो उन्होंने रणवीर को इस बारे में पूछताछ के लिए बुलाया।
रणवीर की बहन कविता के अनुसार सुबह साठे आठ बजे गौरव व राहुल उनके घर आए थे। दोनों रणवीर को अपने घर बुलाने आए थे। रणवीर उनके साथ गया तो उसे कुछ शक हुआ। वह भी उसके पीछे निकल गई। पुलिस के अनुसार कविता ने बताया कि मस्जिद के समीप पहुंचने पर रणवीर को गौरव ने पकड़ लिया और राहुल ने ताबड़तोड़ उस पर चाकू से वार किए। पेट में चार-पांच चाकू मारकर आरोपी फरार हो गए। अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार वाई ब्लाक पार्क के समीप दोनों को पकड़ लिया गया। वारदात में इस्तेमाल चाकू भी उनसे मिल गया है।