मनमोहन ने की थी कलाम से मिन्न्त, इस्तीफा ना दें सरकार गिर जायेगी
डा. कलाम ने लिखा है कि मनमोहन सिंह को डर था कि कलाम ऐसा करेंगे तो सरकार गिर जाएगी। उसके बाद काफी सोचने और देश का विकास ध्यान में रखते हुए उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा था। किताब में कलाम लिखते हैं, 'जैसे ही मुझे सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में पता चला, मैंने इस्तीफा लिखा और उस पर साइन कर वाइस प्रेजिडेंट भैरों सिंह शेखावत को भेजने लगा, लेकिन वह बाहर थे।' कलाम के मुताबिक इसी दौरान मनमोहन सिंह उनसे किसी दूसरे मुद्दे पर चर्चा के लिए मिलने पहुंचे। चर्चा के दौरान उन्हों सिंह को अपने फैसले की जानकारी दी।
कलाम ने लिखा है, 'पीएम यह सुनकर हक्के-बक्के थे। वह क्षण बेहद भावुक था। मैं उसका ज्यादा जिक्र नहीं करना चाहता हूं। पीएम ने मुझसे 'मिन्नत' की कि वह इस मुश्किल वक्त में ऐसा न करें। उन्होंने कहा कि इससे उठे बवंडर से सरकार गिर जाएगी।' कलाम लिखते हैं, 'उन्हें अब अपने विवेक से फैसला करना था। उस पूरी रात मैं सो न सका। मैं अपने आप से पूछ रहा था कि मेरा विवेक ज्यादा जरूरी है या फिर देश। अगली सुबह मैंने हमेशा की तरह नमाज पढ़ी। इसके बाद मैंने अपना फैसला बदल दिया, ताकि सरकार अस्थिर न हो।'