अबू हमजा के रूप में भारत को मिला एक और सरकारी दामाद?
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर आतंकी हमले (26/11) को तीन साल से ज्यादा हो गया है। मुंबई में आतंकवादियों ने जो खूनी खेल खेला था उसे शायद ही कोई भूला पाये। आतंकियों ने लियोपोल्ड कैफे, ताज होटल, नरीमन हाउस, ओबरॉय होटल, कामा अस्पताल और शिवाजी टर्मिनल को अपना निशाना बनाकर 173 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों में सिर्फ अजमल कसाब पकड़ा गया, जिसको सरकारी दामाद जैसे सराहा जा रहा है। अब भारत को आतंकी के वेश में दूसरा सरकारी दामाद मिल गया है।
देश की खुफिया एजेंसियों और आतंकवाद निरोधी दस्तों के मजबूत कोऑर्डिनेशन और कड़ी मेहनत व लगन का ही नतीजा है कि आज अबू हमजा उर्फ अबू जिंदाल उर्फ सैयद जबीउद्दीन भारतीय पुलिस के कब्जे में है। उसे 15 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। हमजा ने कबूल किया है कि उसने की कसाब समेत 26/11 आतंकी हमले को अंजाम देने वाले सभी आतंकियो को हिंदी सिखाई थी। उसने बताया है कि मुंबई बम ब्लास्ट के समय हमजा कराची में बैठा हमलावरों को निर्देश दे रहा था। अधिकारियों का दावा है कि यह आतंकवादी भारत में एक बड़े हमले की फिराक में आया था।
जाहिर है अबु हमजा पर केस चलेगा और फिर उसे भी कसाब की तरह जेल भेज दिया जायेगा। सवाल यह उठता है कि कहीं आतंकी के वेश में भारत को एक और सरकारी दामाद तो नहीं मिल गया? हम यह सवाल इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि मुंबई आतंकी हमलों के दौरान पकड़े गये आतंकी कसाब पर हर महीने करोड़ों खर्च होते हैं। कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ उसे बिरयानी और चिकन के पकवान दिये जा रहे हैं।
आपको बताते चले अजमल कसाब पर अबतक लगभग 25 करोड़ रूपये खर्च हो चुके है। कसाब की सुरक्षा में लगी आईटीबीवी पर 19 करोड़, कसाब के लिए आर्थर रोड जेल में विशेष कक्ष बनाने में 5 करोड़ 24 लाख रुपए खर्च हुए है। इसके अलावा कसाब के खाने और दवाईयो पर भी असिमित खर्च हुए है। 28 मार्च 2009 और 30 सितंबर 2010 के बीच की कसाब पर 10 करोड़ 87 लाख रुपए की विशाल राशि खर्च हुई थी।
सूत्रों के अनुसार अबू हमजा और कसाब से एकसाथ जांच एजेंसियां पूछताछ करेंगी। ये तो निश्चित है कि अब इस केस में कुछ और अहम सुराग निकलकर सामने आएंगे, लेकिन ये भी निश्चित है कि अब कसाब की तरह हमजा पर भी सरकारी पैसे पानी की तरह बहाए जाएंगे। उसकी सुरक्षा, जेल में विशेष कक्ष और दवा एंव खाने पर करोड़ो रूपये खर्च किये जाएंगे।
जिस देश से भारत सबसे ज्यादा असुरक्षित रहा है, उसी देश के आतंकी पर प्रशासन फिर मासूम जनता का पैसा पानी की तरह बहाएगा।