86 घंटों तक माही की मौत पर बनाया सस्पेंस, छुपाया मौत
सेना के हौसले उस वक्त पस्त हुए जब रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सुरंग के रास्ते में एक और पत्थर आ गया। ऑक्सिजन की भारी मात्रा में कमी के कारण सेना के जवान 10-15 मिनट से ज्यादा जमीन के नीचे रूक नहीं पा रहे थे। थक हारकर सेना के जवानों ने हार मान ली। सबके हार मानने के बाद सोबार खान नाम के व्यक्ति ने सामने आया, और जमीन के नीचे जाने के लिए तैयार हो गया।
जहां सांस लेने में इतनी दिक्कत थी, वहां सोबार ने अपने हाथ से लगभग ढ़ेड घंटे तक खुदाह की और माही को बाहर निकाला। माही के निकलते ही जवानों ने उनको सफेद कपड़े में लपेटकर तुरंत एंबुलेंस की तरफ ले गए। सूत्रों के अनुसार रेसक्यूं के दौरान शनिवार को ही पता चल चुका था कि माही की मौत हो चुकी है।
ऑपरेशन के दौरान जब भी कैमरा सुरंग के अंदर डाला गया तो माही के शरीर से कोई हरकत नहीं पायी गयी। कैमरा जब भी अंदर डालकर बाहर निकाला जा रहा था तब कैमरे से काफी दुर्गंध आ रही थी। इससे ऐसा लगता है कि माही की मौत काफी समय पहले हो गयी थी। जब माही गिरी थी उसके कुछ की घंटों तक उसकी आवाज आई थी। उसके पिता ने बताया था कि गिरने के एक-डेढ़ घंटे बाद तक ही उसकी आवाज आई थी। इससे पता चलता है कि माही के मौत की खबर दबा कर रखी गयी थी।
माही के गिरने के एक -दो घंटे बाद उसकी आवाज आना बंद हो गयी थी, और गड्डे में आक्सिजन 5 घंटे बाद छोड़ा गया था। माही के पिता का कहना है कि उन्होंने कई बार बच्ची की स्थिति जानने की कोशीश की लेकिन उनको अंधेरे में रखा गया।