'बेइज्जत होकर संप्रग का समर्थन कर रहे मुलायम'
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने मुलायम को भाजपा का एजेंट कहा। किसी राजनीतिक पार्टी के प्रवक्ता का यह बयान अनायास नहीं आया है।यह काफी सोच समझकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इशारे पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हालांकि राशिद अल्वी ने इसे अपना निजी बयान कह पार्टी को बचाने की कोशिश की है और कांग्रेस ने भी इस बयान से खुद को अलग कर लिया है लेकिन सवाल है कि प्रवक्ता के बयान अनायास नहीं है।
उन्होंने इसे मुलायम सिंह यादव को अपमानित करने का सोचा समझा फैसला करार दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि सपा के महासचिव राम गोपाल यादव ने दिल्ली में श्री अल्वी के बयान को एक पागल का दिया बयान करार दिया है। पार्टी अल्वी के बयान को कोई अहमियत नहीं देती।
स्वामी ने मुलायम सिंह यादव को अपना भाई मानते हुए कहा कि उन्होंने इस मसले पर श्री यादव से बात भी की और समझाया कि कांग्रेस में किसी का स मान नहीं होता। कांग्रेस हमेशा दूसरों को अपमान करती रहती है। बेहतर है वह संप्रग से नाता तोड़ लें।
जनता पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि मुलायम सिंह यादव उनकी बात को समझेंगे और संप्रग को समर्थन के मामले में सही निर्णय लेंगे। राष्ट्रपति पद पर पीए संगमा की उम्मीदवारी का उन्होंनें समर्थन किया और आरोप लगाया कि इस पद पर कांग्रेस के प्रत्याशी केन्द्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। प्रणब मुखर्जी को पहले भ्रष्टाचार के आरोप से मुक्त होना चाहिये।
राष्ट्रपति पद पर ऐसा प्रत्याशी नहीं होना चाहिये जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों। स्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद को बचाने के लिये प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया है।